SP रजत जयंती समारोहः चाचा-भतीजा ने कही अपनी-अपनी बात, मतलब साफ 'तल्खी है अभी भी बरकरार'...पढ़ें पूरी खबर

Samachar Jagat | Saturday, 05 Nov 2016 05:50:15 PM
sp silver jubilee celebrations but akhilesh shivpal trenchant sense still intact

लखनऊ। महज दो दिन पहले रथयात्रा के जरिये एकजुटता का संदेश देने की यादव परिवार की मुहिम आज समाजवादी पार्टी (सपा) के रजत जयन्ती समारोह में तनिक डगमगाती नजर आयी। देश के तमाम कद्दावर नेताओं की मौजूदगी में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के भाषणो ने संकेत दिया कि परिवार में अभी सब कुछ ठीक नहीं है।

जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित समारोह की शुरुआत में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भतीजे (अखिलेश) से चाचा (शिवपाल) का पैर छुआया। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौडा ने दोनों से हाथ ऊपर उठवाया। इसके बावजूद दोनों के भाषण तल्खी से लबरेज रहे।

सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के पार्टी को बनाने में दिये सहयोग और संघर्ष का जिक्र करने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इशारो-इशारों में बहुत कुछ कह डाला। मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा, लोहिया जी कहते थे कि लोग मेरी बात सुनेंगे लेकिन मेरे मरने के बाद। मैं भी कहता हूं कि लोग मेरी सुनेंगे जरुर लेकिन समाजवादी पार्टी का सब कुछ बिगड जाने के बाद।

मुख्यमंत्री ने कहा, ऐसा नहीं है कि पार्टी को आगे बढाने में नौजवानों का सहयोग नहीं है। वरिष्ठों के साथ मिलकर नौजवानों ने भी पार्टी को आगे बढाया है। खूब साइकिल चलायी है। मैं भी परीक्षा देने को तैयार हूं। समारोह में भेंट किये गये तलवार लेकर उन्होंने तंज कसा, तलवार दे दी जाती है लेकिन उसे चलाने का अधिकार नहीं दिया जाता। सरकार यहां बैठे सभी लोगों की वजह से बनी है। इसमें सबका सहयोग है।

श्री यादव ने कहा कि आज पार्टी का रजत जयन्ती समारोह मनाया जा रहा है इसलिए बहुत सी बातो का जवाब नहीं दूंगा। वह केवल इतना कहना चाहेंगे कि उनकी सरकार ने बहुत काम किया है। इससे पहले सपा के प्रदेश अध्यक्ष का दर्द साफ झलका। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम लेकर कहा, जो चाहना मांग लेना, खून भी दे सकता हूं। चाहे जितनी बार बर्खास्त करो। मुख्यमंत्री बनने की चाहत कभी नहीं रही। सरकार में मैंने भी बहुत काम किया है। सबकुछ सह सकता हूं लेकिन नेताजी का अपमान नहीं सह सकता।

प्रदेश अध्यक्ष भाषण के दौरान वह कई बार भावुक भी दिखे। उन्होंने नसीहत दी कि पद से व्यक्ति बडा नहीं होता। डा0 राममनोहर लोहिया और महात्मा गांधी के पास कोई पद नहीं था। दोनों ही पूरी दुनिया में अपना स्थान रखते हैं।

श्री यादव ने कहा कि पार्टी में कुछ घुसपैठिये आ गये हैं। उनसे हमेशा सावधान रहना। पार्टी को मजबूत बनाना है। गुटबन्दी खत्म कर अनुशासन में रहते हुए फिर से सरकार बनायेंगे। अपने संघर्षो को याद करते हुए शिवपाल यादव ने कहा, कुछ लोगों को विरासत में बहुत कुछ मिल जाता है और कुछ लोगों का जीवन संघर्ष में ही बीत जाता है।

सपा नेता ने कहा, बहुत से लोग अभी भी उपेक्षित हैं जबकि चापलूस सरकार का पूरा मजा ले रहे हैं। पार्टी में जान देने वालों को कुछ नहीं मिला। संघर्षो के दिनों में मैंने भी बहुत काम किया है। मैंने भी बहुत जोखिम उठाये हैं। मैंने भी सरकार में बहुत काम किया है। राजस्व संहिता लागू करवाकर गरीबों को मदद पहुंचायी है। साढे तीन हजार तालाब खुदवायें हैं। 25 सहकारी बैंको को बन्द होने से बचाया है। अधिकारियों ने रोडे अटकाने का काम किया फिर भी सरकार में जो भी जिम्मेदारी दी गयी उसे बखूबी निभाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का आगामी चुनाव देश का भविष्य तय करेगा। 73 सांसद पाकर भारतीय जनता पार्टी सरकार ने उत्तर प्रदेश के लिए कुछ नहीं किया। केन्द्र की सत्ता में आकर भाजपा लोगों में केवल मतभेद पैदा कर रही है। 

उन्होंने कहा कि अंग्रेजी के साथ-साथ देश की अन्य भाषाओं का विकास होना चाहिए। पार्टी 25 सालों में बहुत आगे आ गयी है इसे और आगे ले जाना है। समाजवादी विचारधारा से ही देश के किसानों और अन्य वर्गो का विकास होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि 2017 में सपा सरकार फिर वापस आयेगी और 2019 में प्रस्तावित लोकसभा के चुनाव में भी उत्तर प्रदेश ऐतिहासिक फैसला देगा। 

-वार्ता
 



 

यहां क्लिक करें : हर पल अपडेट रहने के लिए डाउनलोड करें, समाचार जगत मोबाइल एप। हिन्दी चटपटी एवं रोचक खबरों से जुड़े और अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें!

loading...
ताज़ा खबर

Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.