नई दिल्ली। देश में सौर उर्जा उत्पादन क्षमता 10,000 मेगावाट को पार कर गयी है। पिछले तीन साल में सौर उर्जा उत्पादन क्षमता में तीन गुना से अधिक वृद्धि हुई है। इसका कारण बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये अक्षय उर्जा स्रोत पर सरकार द्वारा अधिक जोर देना है।
एनटीपीसी लि. द्वारा राजस्थान में जोधपुर के भदला में 45 मेगावाट क्षमता की सौर बिजली परियोजना चालू करने के साथ यह उपलब्धि हासिल हुई है।
बिजली, कोयला, खान, नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘उज्ज्वल भविष्य भारत की सौर उर्जा उत्पादन क्षमता आज 10,000 मेगावाट पार कर गयी है। तीन साल से कम समय में यह तीन गुना से अधिक वृद्धि है।’’
भारत की सौर उर्जा उत्पादन क्षमता 26 मई 2014 में 2,650 मेगावाट थी। फिलहाल 14,000 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजनाओं पर काम चल रहा है और जल्दी ही करीब 6,000 मेगावाट की जल्दी ही नीलामी होगी।
वर्ष 2016 में करीब 4,000 मेगावाट सौर क्षमता जोड़ी गयी जो किसी एक साल में सर्वाधिक है। सरकार ने 2022 तक 1,00,000 मेगावाट सौर उर्जा क्षमता का लक्ष्य रखा है। साथ ही पवन उर्जा में 60,000 मेगावाट का लक्ष्य है। कुल अक्षय उर्जा उत्पादन क्षमता 2022 तक 1,75,000 मेगावाट पहुंचाने का लक्ष्य है। -(एजेंसी)