नई दिल्ली। नोट बदलवाने के लिए आज राजधानी के संसद मार्ग स्थित रिजर्व बैंक के सामने कतार में खड़े लोगों के धैर्य का बांध उस समय टूट गया जब कई घंटे बाद भी उनकी बारी नहीं आ पाई और कुछ लोग वह इतने उग्र हो गए कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
नोट बदलवाने के लिए अन्य बैंको की तरह रिजर्व बैंक के सामने भी पिछले चार दिन से लंबी लाइन लग रही है। कल बैंको में अवकाश का दिन था जिसके कारण आज यह लाइन और लंबी हो गई। सुबह से घंटों लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे लोग उस समय उत्तेजित हो गए, जब शाम को बैंक का मुख्य द्वार यह कहते हुए बंद कर दिया गया कि समय खत्म हो चुका है। गुस्साए लोगों ने अचानक मोदी के खिलाफ नारे लगाने शुरु कर दिए।
भीड़ को अचानक उग्र होता देख पास मौजूद पुलिस बल फौरन हरकत में आया और नारेबाजी कर रहे लोगों को वहां से हटाना शुरु कर दिया।
इससे पहले वहां माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की दिल्ली इकाई के नाम से भीड़ में पर्चे बांटे गए जिसमें मांग की गई कि पुराने नोट बदलने के लिए पर्याप्त व्यवस्था होने तक पुराने नोटों को जारी रखा जाए। इसमे नोट बदलने में लोगों को हो रही परेशानी का भी जिक्र किया गया है।
भीड़ यह सोचते हुए पर्चे लेने के लिए लपकी कि शायद बैंक की ओर से नोट बदलने के बारे में कोई नई सूचना दी जा रही है। वहां कुछ लोगों से जब यह पूछा गया कि क्या उन्हें मालूम है कि अब नोट बदलते समय उनकी अंगुलियों पर स्याही के निशान लगाए जाएंगे तो लोगों ने झल्लाते हुए कहा कि कुछ भी लगाएं कम से कम नए नोट तो दें। इस सवाल पर कि बैंक बंद होने के बावजूद वे लाइन में क्यों खड़े हैं, कुछ लोगों ने कहा कि वे रात भर यहीं खड़े रहेंगे ताकि कल फिर से लंबी कतार में नहीं लगना पड़े।