पणजी। गोवा में मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर और उनके ज्यादातर मंत्री चुनाव हार गए हैं। पारसेकर अपनी मांद्रे विधानसभा सीट से हार गए। चुनाव मैदान में जोर आजमाइश कर रहे आठ में से छह मंत्री हार गए।
उनकी हार भाजपा के खराब प्रदर्शन की एक वजह हैं। भाजपा 2012 के पिछली विधानसभा चुनाव में इस तटीय राज्य में अपने बलबूते पर बहुमत हासिल कर विजयी होकर उभरी थी। पारसेकर मांद्रे सीट पर 7000 से अधिक वोटों के अंतर से कांग्र्रेस उम्मीदवार दयानंदन सोपटे से हारे।
पार्टी को एक झटका यह भी लगा है कि उसके वरिष्ठ नेता और वन मंत्री राजेंद्र आर्लेकर परनेम विधानसभा सीट पर एमजीपी के मनोहर आसगांवकर के हाथों हार गए। नवगठित गोवा फॉरवार्ड पार्टी ने भाजपा को दोहरा झटका दिया गया है, क्योंकि उसके दो उम्मीदवारों ने निवर्तमान मंत्रिमंडल के दो वरिष्ठ मंत्रियों को पराजित किया है।
सियोलिम में जल संसाधन मंत्री दयानंद मांडरेकर को जीएफपी उम्मीदवार विनोद पायेकर ने तथा पर्यटन मंत्री दिलीप पारूलेकर जीएफपी के जयेश सालगोंकार ने हराया। राज्य के उद्योग मंत्री महादेव नाइक कांग्रेस के सुभाष शिरोडकर के हाथों शिरोडा सीट पर हार गए। चुनाव हारने वाले एक अन्य बड़े नेता एमजीपी के दीपक धवलिकर हैं, जिन्हें उनकी पार्टी के भाजपा से रिश्ते तोड़ लेने के बाद चुनाव से पहले मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था।