नई दिल्ली। विदेश मामलों पर संसद की स्थायी समिति की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि हालिया लक्षित हमले पर समिति की कार्यवाही लीक होने को लेकर वह चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर वह आगे की बैठक में चर्चा करेंगे।
उन्होंने यह सूचना राज्यसभा के मनोनीत सदस्य स्वप्न दासगुप्ता को दी जिन्होंने यह शिकायत की है कि समिति की कार्यवाही की गोपनीयता का उस वक्त जानबूझ कर उल्लंघन किया गया, जब मीडिया ने इन लक्षित हमले पर विदेश सचिव एस जयशंकर की कुछ टिप्पणियां जारी की।
दरअसल, दासगुप्ता ने थरूर को एक पत्र लिखते हुए कहा था कि पिछले हफ्ते समिति की एक बैठक के बाद कई मीडिया समूहों ने जयशंकर की यह टिप्पणी जारी की कि 29 सितंबर का 'लक्षित हमले पहला नहीं था। इस कथन का कांग्रेस ने राजनीति करने के लिए इस्तेमाल किया।
थरूर ने कहा, ''मैंने विदेश मंत्री से भी इस मुद्दे पर चर्चा की। विदेश मंत्री और विदेश सचिव, दोनों ने ही जवाब दिया कि यह जरूरी नहीं था और कार्यवाही की गोपनीयता पर मौजूदा नीति में बदलाव नहीं करने की अपनी इच्छा से अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि समिति के सभी सदस्यों का कर्तव्य है कि वे कार्यवाही में विश्वास और स्पष्टता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा, ''मैं आपकी चिंता साझा करता हूं, गोपनीयता के उल्लंघन के बारे में आपकी चिंता...मैं हमारी अगली बैठक में भी यह मुद्दा उठाउंगा।
थरूर ने दासगुप्ता को याद दिलाया कि उन्होंने यह बैठक की शुरूआत और आखिर में यह स्पष्ट किया था कि गोपनीयता अवश्य बरकरार रखी जाए ताकि समिति अपने अधिकार का प्रभावी रूप से इस्तेमाल कर सके। लीक होने के भय के बगैर अधिकारियों द्वारा अपना बयान अवश्य ही दर्ज कराना चाहिए।
थरूर ने कहा कि मीडिया की स्पष्ट रूचि के चलते उन्होंने बार बार इस बात पर जोर दिया कि हमारा लक्ष्य सुर्खियां बटोरना नहीं होना चाहिए, खासतौर पर एक ऐसे मुद्दे पर जो भारत...पाक संबंध जैसा संवेदनशील हो। बल्कि विषय की गहराई से छानबीन की जानी चाहिए जो कुछ महीनों बाद एक रिपोर्ट में तब्दील हो। इस आश्वासन के साथ हमने अपनी बैठक की।
-भाषा