नई दिल्ली। सात साल की एक लडक़ी का यौन शोषण करने के लिए यहां की एक अदालत ने वैज्ञानिक प्रमाणों पर विश्वास करते हुए एक युवक को छह साल जेल की सजा सुनाई है। हालांकि मुकदमे की सुनवाई के दौरान लडक़ी और उसके माता-पिता बयान से मुकर गए थे ।
अतिरिक्त सत्र न्यायधीश राकेश पंडित ने अगस्त, 2014 में किए इस अपराध के लिए दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के निवासी युवक को जेल की सजा सुनाई और साथ ही उस पर 50,000 रपये जुर्माना भी लगाया।
अदालत ने दिल्ली विधि सेवा प्राधिकरण को पीडि़त लडक़ी को इतनी राशि मुआवजे के तौर पर देने को कहा।
डीएनए रिपोर्ट और अन्य वैज्ञानिक प्रमाण के आधार पर अदालत ने कहा कि, ‘‘ अभियोजन पक्ष यह साबित करने में समर्थ है कि पीडि़त लडक़ी का गंभीर यौन शोषण किया गया।’’