लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की घटना को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साजिश करार देते हुए प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) इसकी आज न्यायिक जांच की मांग की। सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सहारनपुर की घटना समाज को बांटकर वोटबैंक तैयार करने की एक बड़ी साजिश है। सत्ताधारी दल के सांसद और विधायकों ने खुलकर तांडव किया, लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, इससे साबित होता हैै कि सहारनपुर की घटना एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है।
यादव ने कहा कि सपा की पांच सदस्यीय जांच कमेटी को इलाके में जाने नहीं दिया गया। कमेटी गेस्ट हाउस मेें ही लोगों से बातचीत कर वापस चली आई। उनका आरोप था कि राजनीतिक लाभ के लिए बवाल करवाया गया। प्रेस के लोगों के भी कैमरे तोड दिए गए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आवास की सीसीटीवी क्षतिग्रस्त कर दी गई। इतना तांडव कभी देखा नहीं गया। उन्होंने कहा कि सहारनपुर और आगरा की घटना सरकार की परीक्षा है। जांच यदि सही हुई तो सांसद और विधायक बच नहीं पाएंगे।
उन्होंने कहा कि भगवा रंग का गमछा कंधे पर डालकर खुलेआम गुंडई हो रही है। सपा ने पूर्व मंत्री महबूब अली, मूलचन्द्र चौहान, मनोज पारस, गुलाम मोहम्मद और विधायक संजय गर्ग की कमेटी जांच के लिए सहारनपुर भेजी थी। गौरतलब है कि 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती पर निकले जुलूस को लेकर सहारनपुर में तनाव फैल गया था। प्रशासन ने हालात को काबू में करते हुए दोनों पक्षों के 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद स्थानीय सांसद और स्थानीय विधायक के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता एसएसपी आवास में घुस गए थे। इसे लेकर भी राजनीतिक माहौल काफी गरम हो गया था।