14 अप्रैल: एक क्लिक में पढि़ए, दिनभर की दस बड़ी खबरें..

Samachar Jagat | Friday, 14 Apr 2017 05:29:53 PM
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विवादित बयानः हेमा मालिनी रोज पीती हैं शराब

विवादित बयानः हेमा मालिनी रोज पीती हैं शराब, क्या उन्होंने सुसाइड कियाः विधायक बच्चू कडू

नेताओं का एक दूसरे के प्रति विवादित बयान देने का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है। दो दिन पूर्व यूपी में भाजपा के युवा नेता ने ममता बनर्जी को लेकर विवादित बयान दिया था, और आज महाराष्ट्र की अचलपूर सीट से निर्दलीय विधायक बच्चू कडू ने हेमा मालिनी को लेकर विवादित बयान दिया है। विधायक बच्चू ने नांदेड़ में किसानों की मांग को लेकर यात्रा का आयोजन किया था। इस दौरान किसानों की आत्महत्या के संदर्भ में उन्होंने कहा कि बीजेपी सांसद हेमा मालिनी रोज 1 बंपर शराब पीती हैं, परंतु उन्होंने आत्महत्या नहीं की।

विधायक ने कहा कि जो लोग ये तर्क देते हैं कि शराब पीने से किसान आत्महत्या कर लेते हैं, वो एकदम गलत है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आखिर कौन शराब नहीं पीता है। 75 फीसदी से ज्यादा विधायक, सांसद भी शराब पीते हैं, फिर वो क्यों नहीं आत्महत्या करते? ये पहली बार नहीं है, जब विधायक का नाम किसी विवाद से जुड़ रहा है। इससे पहले गत वर्ष उन्होंने मंत्रालय में उप सचिव बी.आर.गावित नामक उपसचिव की पिटाई की थी।

बाबा साहेब ने हमेशा विष पिया लेकिन अमृत की वर्षा कीः पीएम मोदी

बाबा साहेब ने हमेशा विष पिया लेकिन अमृत की वर्षा कीः पीएम मोदी

नागपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अंबेडकर जयंती के मौके पर महाराष्ट्र के नागपुर पहुंचे और वहां पर बाबा साहेब से जुड़ेे पवित्र स्थल दीक्षाभूमि पर उनकों श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम नरेंद्र मोदी ने अंबेडकर जयंती पर नागपुर में बोलते हुए कहा कि बाबा साहेब ने ऐसे संविधान का निर्माण किया जिसके तहत सारे सवालों के जवाब संविधान से मिलते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने विष पिया लेकिन हमेशा अमृत की वर्षा की।

मोदी ने कहा की डॉ अंबेडकर ने जातिगत दंश समेत जीवन में कई समस्याओं का सामना किया लेकिन इससे उनके मन में कटुता नहीं आई। यह उनके कार्यों में दिखता है। उनके कार्यों में किसी प्रकार की कटुता या दुश्मनी का भाव नहीं दिखता बल्कि उन्होंने सामाजिक समरसता की भावना को बल दिया। यह उनकी विशेषता थी।

भीम ऐप बनेगा अर्थव्यवस्था का महारथी

पीएम मोदी ने भीम ऐप के लिए कहा कि ये अर्थव्यवस्था का महारथी बनेगा और हर आदमी अब एक अंगूठे से पेमेंट कर पाएगा। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार की मार आज देश का हर नागरिक झेल रहा है और इससे परेशान है। मोदी ने कहा कि अब पेमेंट के लिए मोबाइल और इंटरनेट की जरूरत नहीं पड़ेगी, बस आधार बैंक अकाउंट से जुड़ा होना चाहिए।  

डिजीधन भ्रष्टाचार और कालेधन की सफाई का सबसे बड़ा औजार

डिजीधन को पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार और कालेधन की सफाई का सबसे बड़ा औजार बताया। मोदी ने कहा कि डिजीधन के जरिए भ्रष्टाचार और कालेधन की सफाई में उनका साथ देने वाले लोग उनके सिपाही होंगे।

2000 मेगावाट बिजली कारखाने का किया लोकार्पण

पीएम मोदी ने नागपुर में 2000 मेगावाट बिजली के कारखाने का लोकार्पण किया। मोदी ने कहा कि ऊर्जा जीवन का अभिन्न अंग बन गई है। विकास का कोई भी सपना ऊर्जा के अभाव में संभव नहीं होता है। आज के युग में ऊर्जा हर नागरिक का हक बन गया है। 

पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों ने कहा कुलभूषण को लेकर नहीं होगा कोई भी समझौता

पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों ने कहा कुलभूषण को लेकर नहीं होगा कोई भी समझौता

इस्लामाबाद। भारतीय नागरिक कुलभूषण को पाकिस्तान की और से सुनाई गई मौत की सजा के बाद में पाकिस्तान ने एक बार फिर कहा है की वह जाधव के मामले पर किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करेंगे। गौरतलब है कि भारत ने चेतावनी दी है कि जाधव को फांसी देने का द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर असर होगा। इसके बाद पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को जाधव के बारे में जानकारी दी गई और यह फैसला किया गया कि इस तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर कोई समझौता नहीं होगा। 

जाधव को जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों का दोषी करार देते हुए फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल ने मौत की सजा सुनाई और जनरल बाजवा ने इस सजा की पुष्टि की। पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षा बलों ने पिछले साल तीन मार्च को बलूचिस्तान प्रांत से जाधव को गिरफ्तार किया था जो ईरान की सीमा से कथित तौर पर दाखिल हुआ है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चेतावनी दी है कि जाधव को फांसी देना सुनियोजित हत्या होगी और पाकिस्तान को द्विपक्षीय संबंधों पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में सोचना चाहिए।

अमेरीका के इस बम में है इतना दम, देखते ही देखते कर देता है दुश्मनों के ठिकानों का सफाया

अमेरीका के इस बम में है इतना दम, देखते ही देखते कर देता है दुश्मनों के ठिकानों का सफाया

अमरीकी सेना ने अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत नांगरहार में अब तक का सबसे बड़ा बम गिराया है। यह बम नॉन न्यूक्लियर है। इसका नाम जीबीयू43/बी मैसिव ऑड्र्नन्स एयर ब्लास्ट बॉम्ब (एमओएबी)। अमरीकी सेना ने इसे गुरुवार को अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत नांगरहार में गिराया है। इस बम का निशाना नांगरहार प्रांत के अचिन जिले में कथित इस्लामिक स्टेट के सुरंगों का नेटवर्क था। उल्लेखनिय है कि गैर-परमाणु हथियार एमओएबी के इस्तेमाल के लिए सेना को अमरीकी राष्ट्रपति से मंजूरी लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। यह आकार में काफी बड़ा होता है।

यह 30 फीट (9 मीटर) और 9 हजार 800 किलोग्राम वजनी है। इसका संचालन जीपीएस से किया जाता है। इसे एक ट्रांसपोर्ट प्लेन से फेंका गया है। गिराते वक्त इसे पैराशूट से झटका दिया जाता है ताकि वह खिसक जाए। इसे फोर ग्रिड फिन से दिशानिर्देशित किया जाता है। इसका असर भयावह धमाके के गुबार के रूप में होता है। यह हर दिशा में एक मील तक फैल जाता है। इसे 18,000 एलबी टीएनटी से बनाया गया है। बम में एल्यूमीनियम का पतला आवरण होता है। इसे खासतौर पर ब्लास्ट के रेडियस को अधिकतम रखने के लिए तैयार किया जाता है।

बंकरों को निशाना बनाने वाला यह बम भूमिगत सुविधाओं और सुरंगों को नष्ट करता है। अमरीका ने इस बम को इराक युद्ध के दौरान विकसित किया था। रिपोर्ट के मुताबिक इस बम को बनाने में 16 मिलियन डॉलर की लागत लगी थी। पहली बार इसका परीक्षण 2003 में किया गया था।

हालांकि इससे पहले इसका कभी इस्तेमाल नहीं किया गया था। फिर भी एमओएबी अमरीकी सेना का सबसे बड़ा गैर-परमाणु बम नहीं है. ये ख़िताब जाता है मैसिव ऑर्डिनेंस पेनिट्रेटर यानी एमओपी को, इसे बंकर-बस्टर के रूप में जाना जाता है, जिसका वजन 30,000 एलबी है। रूस ने भी इसी तरह का खुद का बम विकसित किया है। उसने अपने बम का नाम एफओएबी दिया है। 

जानिए, भीम एप से जुड़ी खास बातें...

जानिए, भीम एप से जुड़ी खास बातें...

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंति पर नागपुर पहुंचे। सबसे पहले पीएम मोदी ने दीक्षा भूमि जाकर बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर पीएम मोदी ने भीम आधार एप लांच किया। भीम आधार एप की लॉन्चिंग के बाद पीएम मोदी ने इस एप के फायदे गिनाते हुए कहा कि यह एप रोजगार के अवसर देगा और जो भी इससे जुड़ेगा उसे घर बैठे पैसे कमाने का मौका मिलेगा। 

एप से जुड़ी खास बातें:-

  •  इस एप से आप घर बैठे पैसे कमा सकते हैं
  • कम्यूनिकेशन प्रोग्राम के तहत यह एप काम करेगा
  • भीम आधार एप की खूबियां दूसरों को समझाकर उनके स्मार्टफोन में एप इंस्टॉल कराने पर आप पैसे कमा सकते हैं।
  • आपके स्मार्टफोन से यह एप कम्यूनिकेट (संप्रेषण) होगा
  • यह एक चैन प्रोग्राम होगा, जिसे रेफरल प्रोग्राम भी कह सकते हैं
  • आपके द्वारा कराए गए इंस्टॉल एप आपके खाते में दर्ज हो जाएंगे
  • जब आपके द्वारा एप इंस्टॉल करने वाला व्यक्ति किसी अन्य को भीम एप इंस्टॉल कराएगा तो उसके साथ-साथ आपको भी दस रूपए मिलेंगे 
  • एक एप इंस्टॉल कराने पर दस रुपए प्राप्त होंगे
  • भीम एप व्यापारियों के लिए बहुत फायदे का सौदा साबित होगा
  • व्यापारी को भीम एप से पैसे का ट्रांजैक्शन करने पर 25 रुपए मिलेंगे
  • व्यापारी अगर किसी ग्राहक के स्मार्टफोन में भीम एप इंस्टॉल कराता है तो उसके बदले में उसे 25 रुपए प्राप्त होंगे
  • यह पैसे सीधे खाते में जमा होंगे। 

 Moody's का सुझाव- वित्तीय परिषद के गठन से ऋण का बोझ कम होगा, साख परिदृश्य में सुधार आएगा

Moody's का सुझाव- वित्तीय परिषद के गठन से ऋण का बोझ कम होगा, साख परिदृश्य में सुधार आएगा

नई दिल्ली। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज ने कहा कि यदि भारत वित्तीय अनुशासन के रास्ते पर आगे बढ़ता है तथा एफआरबीएम की सिफारिशों के अनुरूप वित्तीय परिषद का गठन करता है तो उसके साख परिदृश्य में सुधार आएगा। वित्तीय दायित्व एवं बजट प्रबंधन एफआरबीएम समिति ने अपनी रिपोर्ट में सुझाव दिया है कि राजकोषीय घाटे को 2022-23 तक 2.5 प्रतिशत पर लाया जाना चाहिए, जिसके चालू वित्त वर्ष के दौरान 3.2 प्रतिशत रहने का बजट अनुमान रखा गया है।

सरकार की कुल व्यय और प्राप्तियों का अंतर राजकोषीय घाटा कहलाता है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज इंडिया के सॉवरेन विश्लेषक विलिमय फॉस्टर ने कहा कि एफआरबीएम की सिफारिशों के दायरे में वित्तीय अनुशासन का क्रियान्वयन तथा वित्तीय परिषद के गठन से समय के साथ ऋण का बोझ कम होगा और इससे भारत का साख परिदृश्य सुधरेगा।

 पूर्व राजस्व सचिव एन के सिंह की अगुवाई वाली समिति ने यह भी सुझाव दिया है कि 2023 तक केंद्र के ऋण-जीडीपी अनुपात को 40 प्रतिशत पर लाया जाना चाहिए जो अभी 49 प्रतिशत है। वर्तमान में केन्द्र और राज्य सरकार का कुल ऋण-जीडीपी अनुपात 68.5 प्रतिशत पर है। रेटिंग एजेंसियां अक्सर भारत के ऋण-जीडीपी के उंचे अनुपात को लेकर ही रेटिंग सुधारने में आनाकानी करती रही हैं।

मुझे कुछ खोने का डर नही है : स्वरा भास्कर

मुझे कुछ खोने का डर नही है : स्वरा भास्कर​​​​​​​

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर का कहना है कि उनके पास कुछ खोने का डर नहीं है। स्वरा का कहना है कि उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, मेरे पास ऐसा कुछ नहीं है, जिसके खोने का मुझे डर हो। मैं शाहरुख खान या आमिर खान नहीं हूं। मेरे पास खोने के लिए करोड़ों रुपए के विज्ञापन भी नहीं हैं।  मेरे पास बहुत संपत्ति या कंपनी भी नहीं है। मुझे क्या नुकसान होगा? और, मुझे नहीं लगता कि बॉलीवुड इतनी संकीर्ण सोच का है कि मेरे विचारों की वजह से मुझे किसी फिल्म में न लिया जाए।

स्वरा ने कहा कि उनकी फिल्मों के निर्माताओं को उनके इस रुख से शायद थोड़ी परेशानी होती है, जिसका समाधान भी उन्होंने निकाल लिया है। स्वरा ने कहा , निर्माताओं की भचता को देखते हुए मैंने तय किया है कि फिल्म रिलीज होने से दो महीने पहले तक मैं किसी भी मुद्दे पर वह सब कुछ कहना जारी रखूंगी, जो कहना चाहती हूं। इसके बाद सिर्फ फिल्म के बारे में बोलूंगी।

साल में एक फिल्म करना चाहती है नरगिस फाखरी

साल में एक फिल्म करना चाहती है नरगिस फाखरी

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री नरगिस फाखरी अब साल में एक फिल्म में काम करना चाहती है। नरगिस ने वर्ष 2011 में प्रदर्शित फिल्म ‘रॉकस्टार’ से बतौर अभिनेत्री डेब्यू किया था, जिसमें रणबीर कपूर उनके हीरो थे। वर्ष 2016 में नरगिस तीन फिल्मों में मुख्य भूमिका में नजर आईं थी। इनमें इमरान हाशमी के साथ‘अजहर‘, अभिषेक बच्चन के अपोजिट ‘हाउसफुल 3’ और रितेश देशमुख के साथ‘बैंजो’शामिल है।

इनके अलावा ‘ढिशूम’ में उन्होंने केमियो किया था। ये पहली बार था कि नर्गिस को एक ही साल में इतनी फिल्मों में मौक़ा मिला हो, लेकिन वह इसे थका देने वाला काम मानती हैं। नरगिस ने कहा, पिछले साल मैंने चार फिल्में की, जो थका देने वाली थी। मैं ऐसा कभी नहीं करूंगी। अब मैं धीरे चलूंगी। साल में एक बार फिल्म करना अच्छा रहेगा। 

नरगिस के पास अभिनय के अलावा और भी बहुत कुछ है। इसीलिए रफ़्तार धीमी करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, मैं अलग हूं। मुझे कुकिंग, पेड़-पौधे और घूमना पसंद है। मैं जिंदगी जीना चाहती हूं। मैं सिनेमा के अलावा दूसरी चीज़े भी करना चाहती हूं। मैं टेलीविजन पर पब्लिक पर्सनेलिटी बनना चाहती हूं या कुछ अलग करना चाहती हूं।

ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में बनी रहेगी 50 किमी पैदलचाल

ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में बनी रहेगी 50 किमी पैदलचाल

लंदन। अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ ने ओलंपिक खेलों और विश्व चैंपियनशिप में 50 किलोमीटर पैदल चाल स्पर्धा को बरकरार रखने के फैसले पर अपनी मोहर लगा दी है। आईएएएफ ने ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में 50 किमी. पैदल चाल को बरकरार रखने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने आईएएएफ पर इस खेल को हटाने का दबाव बनाया था ताकि 2020 टोक्यो ओलंपिक में इस खेल को हटाया जा सके।इसकी वजह ओलंपिक में महिलाओं की इस दूरी की रेस नहीं होना भी एक वजह है।

ओलंपिक खेलों में महिलाओं की पैदल चाल स्पर्धा केवल 20 किलोमीटर की दूरी तक ही है जिसे वर्ष 2000 में शुरू किया गया था। अमेरिकी वकील पॉल डीमिस्टर ने आईएएएफ काउंसिल के लंदन में इस पर लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए कहा आईएएएफ का 50 किमी पैदल चाल को समर्थन किया गया है। उन्होंने कहा जब बात महिला एथलीटों की आती है तो आईएएएफ आईओसी से कहीं आगे है। आईएएएफ महिलाओं के 50 किमी विश्व रिकॉर्ड को मान्यता देता है और महिलाओं को अगस्त में लंदन में विश्व चैंपियनशिप में भी 50 किमी. स्पर्धा में भाग लेने की अनुमति देता है।

सिंगापुर ओपन: प्रणीत ने बनाया विश्व के 11वें नंबर के खिलाड़ी को उलटफेर का शिकार 

Samachar Jagat | Friday, 14 Apr 2017 04:26:35 PM

सिंगापुर ओपन: प्रणीत ने बनाया विश्व के 11वें नंबर के खिलाड़ी को उलटफेर का शिकार 

सिंगापुर। भारतीय शटलर बी साई प्रणीत ने शुक्रवार को विश्व के 11वें नंबर के खिलाड़ी तानोंगसाक साएनसोमबूनसुक को उलटफेर का शिकार बनाकर सिंगापुर ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। गैर वरीय प्रणीत ने पुरुष एकल क्वार्टरफाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त थाईलैंड के तानोंगसाक की चुनौती को एक घंटे 11 मिनट में ही निपटा दिया। उन्होंने संघर्षपूर्ण मुकाबले में थाईलैंड के खिलाड़ी को 15-21, 21-14, 21-19 से शिकस्त दी। पहले गेम में पिछडऩे के बाद 30वीं वरीय भारतीय खिलाड़ी ने जबरदस्त वापसी करते हुए थाई खिलाड़ी को उलटफेर का शिकार बनाया। इस मुकाबले से पहले प्रणीत को तानोंगसाक के खिलाफ कॅरियर में दोनों बार शिकस्त झेलनी पड़ी थी। अब उन्होंने यह रिकॉर्ड 2-1 पहुंचा दिया है।

सुमित रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा का सफर थमा:

मिश्रित युगल में बी सुमित रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की गैर वरीय जोड़ी का सफर अंतिम आठ में चीन की तीसरी वरीय जोड़ी के खिलाफ हार के साथ समाप्त हो गया। भारतीय जोड़ी को चीनी खिलाडिय़ों लू काई और हुआंग याकिओंग के हाथों 27 मिनट में लगातार गेमों में 11-21, 8-21 से एकतरफा शिकस्त झेलनी पड़ी।



 

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