उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही हिंदू धर्मावलंबियों में राम मंदिर का मुद्दा गूंजने लगा है, और गूंजे भी क्यों नहीं भाजपा ने चुनावों में राम मंदिर को ही अपना सबसे बड़ा मुद्दा बनाया था। लोगों को अब योगी से आशा है की अयोध्या में जल्द ही मंदिर का निर्माण होगा।
लेकिन अब इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी कर दी है। राम मंदिर मुद्दे पर कोर्ट में केस लड़ रहे बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी से कोर्ट ने कहा है कि वे कोर्ट के बाहर इस मुद्दे को बातचीत से हल करने की कोशिश करें। इसके अलावा, जरूरत पड़ने पर कोर्ट भी इस मामले में मध्यस्था करने के लिए तैयार है।
कोर्ट ने कहा कि मामले से जुड़े सभी पक्षकार बातचीत करके इस मुद्दे को हल करने की कोशिश करें। अगर सहमति नहीं बनती तो सुप्रीम कोर्ट दखल देने और मामले को हल के लिए मध्यस्थ नियुक्त करने के लिए तैयार है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट से मांग की थी कि संवेदनशील मामला होने के नाते इस मुद्दे पर जल्द से जल्द सुनवाई हो। आगे बोलते हुए कोर्ट ने कहा कि रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के सुलह के लिए अब तक जो कुछ भी हुआ है उसे भूलकर एक बार फिर से कोशिश करें।
गौरतलब है कि राम जन्म भूमि का मामला लंबे समय से कोर्ट में पेंडिग चल रहा है। हिंदू धर्म के लोगों का कहना है कि ये राम की जन्मभूमि है इसलिए यहां पर मंदिर बनना चाहिए, वहीं मु्स्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि यहां पर बाबरी मस्जिद का निर्माण होना चाहिए।