चेन्नई। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दोषियों में से एक नलिनी श्रीहरन की आत्मकथा का कल रात यहां विमोचन किया गया ।
‘राजीव असेसिनेशन: हिडेन फैक्ट एंड द मीटिंग ऑफ प्रियंका गांधी एंड नलिनी’शीर्षक से 600 पृष्ठों वाली इस किताब का तमिल लिबरेशन ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे)समर्थक नेता एवं मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एमडीएमके) के महासचिव वाइको ने विमोचन किया।
नलिनी की श्रीहरन (गुरुगन) के साथ मुलाकात से शुरु आत्मकथा गांधी की सभा में शामिल होने के दौर से होते हुए साक्ष्यों सहित गिरफ्तारी के बाद मार्च 2008 में गांधी की पुत्री प्रियंका वाड्रा से वेल्लोर केंद्रीय जेल में 90 मिनट की लंबी बैठक के साथ समाप्त होती है।
नलिनी की इस किताब को उसके बचपन के दिनों से पूरे जीवन तक साथ रहने वाले पी एकलावियन ने लिखा है तथा इसकी पहली प्रति उसकी मां पदमा को सौंपी गई।
पदमा ने इस मौके पर नलिनी और अन्य दोषियों की रिहाई के लिए मुख्यमंत्री जे जयललिता की ओर से पहल किए जाने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा, मेरी बेटी पिछले 26 साल से जेल में संघर्ष कर रही है। मैं उम्मीद करती हूं कि हमारी मुख्यमंत्री उसकी रिहाई के लिए कदम उठाएंगी।