नई दिल्ली। वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) योजना का लाभ नहीं मिलने से असंतुष्ट होकर आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल को श्रद्धांजलि देने के लिए जंतर मंतर पर कैंडल मार्च में शामिल होने के दौरान हिरासत में लिए गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पुलिस ने दो घंटे के बाद रिहा कर दिया। रिहाई के तुरंत बाद गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा,यह मोदी के भारत का प्रतिबिंब है।
उन्होंने सवाल किया,किसने पुलिस को आदेश दिए? पुलिस सूत्रों ने बताया कि गांधी कैंडल मार्च में हिस्सा लेने के लिए इंडिया गेट की ओर जाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस की ओर से बार-बार आगे नहीं बढने का अनुरोध किए जाने के बावजूद वह नहीं माने जिसके कारण टाल्स्टॉय मार्ग पर उन्हें कुछ अन्य लोगों के साथ हिरासत में ले लिया गया।
पिछले दो दिन में इस मामले में गांधी को पुलिस ने तीसरी बार हिरासत में लिया है। गांधी ने पत्रकारों से कहा कि मैं नहीं जानता कि वे मुझे कहां ले जा रहे थे। मैं पीसीआर वैन में आधे घंटे तक बैठा रहा। कांग्रेस ने गांधी को हिरासत में लिए जाने की आलोचना की। हालांकि पुलिस ने इससे इंकार करते हुए कहा कि उन्हें सुरक्षा कारणों से पुलिस वैन में बिठाया गया था। पुलिस ने बताया कि गांधी को अन्य लोगों के साथ तुगलक रोड थाने लाया गया और कुछ ही देर बाद रिहा कर दिया गया।
जंतर मंतर पर ग्रेवाल को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता जुटे थे। इससे पहले गांधी गुरुवार के दिन में ग्रेवाल के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिये उनके पैतृक गांव हरियाणा में भिवानी जिले के बामला गये थे। ग्रेवाल की आत्महत्या के बाद कल राजधानी में गर्मायी राजनीति और नाटकीय घटनाक्रम में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दो बार हिरासत में लेने के साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी हिरासत में लिया गया था।
गांधी को दो बार हिरासत में लिया गया तथा कुछ घंटे के बाद रिहा कर दिया गया। वहीं केजरीवाल तथा सिसोदिया को भी कुछ घंटों के बाद देर रात पुलिस ने रिहा कर दिया था। ग्रेवाल ने गत वर्ष लागू ओआरओपी के तहत पेशन का लाभ नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए गत मंगलवार को जंतर मंतर पर धरना के दौरान जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी।