पटियालानयी दिल्ली। पंजाब में नाभा जेल के सहायक अधीक्षक एवं मुख्य वार्डन सहित तीन व्यक्तियों को रविवार को जेल से कैदियों के फरार होने के मामले में आज आपराधिक षड्यंत्र के लिए गिरफ्तार किया गया। वहीं पंजाब एवं दिल्ली पुलिस की एक संयुक्त टीम ने केएलएफ प्रमुख हरमिंदर मिंटू से आज पूछताछ की जो जेल से फरार होने वाले कैदियों में शामिल था।
पुलिस ने बताया कि सहायक जेल अधीक्षक भीम सिंह, मुख्य वार्डन जगमीत सिंह और मिठाई दुकान मालिक तेजिंदर शर्मा को जेल से फरार होने के मामले में उकसाने एवं आपराधिक षड्यंत्र के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है।
सिंह ने कैदियों से उनके जेल से फरार होने के एक दिन पहले कथित तौर पर मुलाकात की थी और उसके मोबाइल फोन को जेल से फरार होने का षड्यंत्र रचने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने घटना के सिलसिले में 29 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इन लोगों में जेल के नौ अधिकारी भी शामिल हैं।
इस बीच दिल्ली एवं पंजाब पुलिस की एक संयुक्त टीम ने खालिस्तान लिबरेशन फं्रट केएलएफ आतंकवादी मिंटू से पूछताछ की। मिंटू को सोमवार को दिल्ली स्थित निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया था।
सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह बात सामने आयी कि नाभा जेल में मिंटू की मोबाइल फोन तक पहुंच थी।
सूत्रों ने कहा, ‘‘वह दावा कर रहा है कि वह एक समान मोबाइल फोन था जिसका इस्तेमाल अन्य कैदी भी करते थे।’’
मिंटू ने कहा कि उसने फोन का इस्तेमाल ‘‘केवल अपने परिवार के सदस्यों से बात करने के लिए किया था’’ लेकिन सूत्रों ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने के लिए काल डेटा रिकार्ड की जांच करेगी कि क्या वह आईएसआई के सम्पर्क में था।
सूत्रों ने कहा, ‘‘इसके साथ ही हम यह भी जांच करेंगे कि क्या उसकी पहुंच सोशल मीडिया और स्काइप तक थी क्योंकि फरार होने वाला एक कैदी जेल के भीतर से फेसबुक का नियमित इस्तेमाल करता था।