नई दिल्ली। भारत में गर्भावस्था से संबंधित स्वास्थ्य मुद्दों की वजह से हर 12 मिनट में एक महिला की मौत के मध्येनजर सरकार ने हर महीने की नौ तारीख को मुफ्त और व्यापक प्रसव पूर्व देखभाल प्रदान करने के लिए आज एक अभियान शुरू किया।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान पीएमएसएमए के तहत गर्भवती महिलाओं की सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर उनकी दूसरी और तीसरी तिमाही पर विशेष प्रसव पूर्व जांच की जाएगी।
इन सेवाओं में अल्ट्रासाउन्ड, रक्त और पेशाब की जांच शामिल है। इसके अलावा नियमित प्रसव पूर्व जांच भी की जाएगी। इस कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य बेहद जोखिम वाले गर्भावस्था की पहचान करना और उसके बाद की कार्रवाई शुरू करना और मातृत्व मृत्यु दर एमएमआर और शिशु मृत्यु दर आईएमआर को घटाना है।
अभियान का लक्ष्य देशभर में तकरीबन तीन करोड़ महिलाओं को मुफ्त प्रसव पूर्व देखभाल प्रदान करना है। प्रसव पूर्व देखभाल पर अधिक ध्यान देने के लिए प्राथमिकता वाले 184 जिलों की पहचान की गई है।