नई दिल्ली। कांग्रेस के सांसद और पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने नोटबंदी के कारण आम जनता को हो रही परेशानी का हवाला देते हुए कहा है कि इसकी वजह से लोगों का भरोसा देश की बैंङ्क्षकग व्यवस्था पर से उठने लगा है।
चौधरी ने आज यहां यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि नोटबंदी और नकदी रहित अर्थव्यवस्था को कालेधन के खिलाफ प्रधानमंत्री का बड़ा अभियान बताया जाना कोरी बयानबाजी है। दरअसल यह मोदी का एक निजी एजेंडा है जिसके जरिए वह खुद को एक क्रांतिकारी सुधारवादी नेता की तरह पेश करने की कोशिश में हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बैंको का राष्ट्रीयकरण किया था। राजीव गांधी ने देश में कंप्यूटर क्रांति की शुरुआत की थी। इन नेताओं की देखा देखी मोदी जी के मन में भी कुछ नया करने की हूक उठी लेकिन इसका खामियाजा देश की सवा अरब आबादी को भुगतना पड़ रहा है।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोगों को इतना पेरशान कर दिया है कि उनका भरोसा देश की बैंङ्क्षकग व्यवस्था पर से उठने लगा है जो भविष्य में एक बड़ी चुनौती साबित होने वाला है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी को लागू करने की सरकारी व्यवस्था बहुत ही खराब साबित हुई है। कालेधन को खत्म करने के जिस उद्देश्य से इसे शुरू किया गया वह भी पूरी नहीं होने वाली। कालेधन को सफेद करने का धंधा लगातार जारी है। इस अभियान से केवल समाज के एक खास वर्ग को ही फायदा होने वाला है आम जनता की दिक्कतें बदस्तूर जारी रहेंगी।