नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार एक बार फिर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का दामन थाम सकते हैं। इसका कारण उनका राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से गहरे मतभेद बताए जा रहे हैं, हालांकि इस खबर की कोई प्रामाणिक पुष्टि नहीं हुई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश के एनडीए में शामिल होने को लेकर जेडीयू के कुछ वरिष्ठ नेताओं की भारतीय जनता पार्टी से बात चल रही है। सूत्रों की माने तो राजद नेताओं की मांग से नीतीश कुमार काफी परेशान है।
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव भी बिहार की राजनीति में अपने बेटों को पूरी तरह से आगे लाना चाहते हैं। हाल ही में नीतीश ने उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को मिली बड़ी जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी थी।
जानकारी के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 17 साल तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में भाजपा के साथ रह चुके हैं। इस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वह रेल मंत्री भी रह चुके हैं।
उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाए जाने के कारण इस गठबंधन से खुद की पार्टी को अलग कर लिया था। इसके बाद उन्होंने 2015 में बिहार में हुए विधानसभा चुनावों में राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया था। इस गठबंधन को बिहार में अच्छी सफलता मिली थी।