पटना। बिहार विधान परिषद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पहले तो बीजेपी नेता सुशील मोदी पर आपत्तिजनक कमेंट कर डाला। लेकिन, चहूं ओर आलोचना के बाद विवाद में आई राबडी ने कहा कि ये तो सिर्फ एक मजाक था। आपको बता दें कि कुछ ही दिनों पहले सुशील मोदी ने नीतीश को सलाह दी थी कि महागठबंध को लेकर फिर से विचार करना चाहिए। इसी के जवाब में राबड़ी देवी ने सुशील कुमार मोदी पर आपत्तीजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर वे नीतीश जी को ले जाना चाहते है तो उन्हें अपने गोद में उठाकर ले जाएं।
बाद में इसे मजाक की संज्ञा देते हुए राबड़ी ने कहा कि जब वे परिषद के मुख्यद्वार के समीप कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के विरूद्ध की गई अमर्यादित टिप्पणी के लिए प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सदन सदस्य मंगल पाण्डेय माफी नहीं मांग लेते तबतक सदन की कार्यवाही सामान्य नहीं हो पाएगी। उन्होंने अपनी इस अमर्यादित टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि राजनेताओं के बीच हंसी-मजाक चलता रहता है और एक-दूसरे का विरोध करने के बाद तुरंत एक साथ दिखते हैं।
राबड़ी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दिवंगत पत्नी के साथ हम उठते-बैठते थे और उनके साथ भाभी का रिश्ता था। ऐसे में नीतीश जी से शुरू से ही देवर-भाभी का रिश्ता है, इसलिए इसमें कोई आपत्तिजनक बात नहीं है। राबड़ी देवी ने सुशील और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए कहा कि ऐसा करने के पहले वे नहीं सोचते पर जब हमने मजाक में कुछ कह दिया तो उसे आपत्तिजनक की संज्ञा दे दी जाती है। वहीं, मोदी ने राबड़ी देवी की आपत्तिजनक टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसका जवाब स्वयं नीतीश जी को देना चाहिए क्योंकि राबड़ी जी ने नीतीश जी पर उंगली उठाई है।