नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने देश में 500 और 1000 रुपए के नोटों के चलन को बंद करने के सरकार के ‘साहसिक कदम’ का स्वागत किया है। राष्ट्रपति भवन से मंगलवार रात यहां जारी ट््वीट में कहा गया, राष्ट्रपति मुखर्जी ने अघोषित संपत्ति और जाली मुद्रा के खात्मे के लिये भारत सरकार के साहसिक कदम का स्वागत किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय का फैसला किया और इसके बाद राष्ट्रपति से मुलाकात करके उन्हें सरकार के इस निर्णय से अवगत कराया था। रात आठ बजे उन्होंने दूरदर्शन पर राष्ट्र के नाम एक विशेष संदेश जारी करके भ्रष्टाचार, काले धन, जाली नोटों, नशीली दवाओं की तस्करी और बेनामी संपत्ति के लेन देन को बंद करने के उद्देश्य से 500 और 1000 रुपए के नोटों को आज मध्य रात्रि से अमान्य घोषित कर दिया। ईमानदार करदाताओं की सुविधा के लिए उन्होंने कई सहूलियतों की घोषणाएं भी की हैं।