गुरुग्राम। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिंगानुपात को बेहतर करने की दिशा में हरियाणा द्वारा उठाए गए कदमों की मंगलवार को सराहना की और राज्य के लोगों से बालिकाओं की हिफाजत के लिए एक संकल्प लेने की अपील की। राज्य के गठन की स्वर्ण जयंती को मनाने के लिए यहां एक आधिकारिक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हरियाणा ने तेजी से विकास किया है और इसके लोगों ने जीवन के सभी क्षेत्र में तरक्की की है।
इस तरह राज्य के पास देश को आगे ले जाने और संवृद्धि के इंजन के रूप में काम करने की क्षमता है। उन्होंने ताउ देवी लाल स्टेडियम में यहां लोगों से कहा कि यदि हम जन हित और भागीदारी को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ेंगे तो हम कुछ हासिल कर सकते हैं। मैं आश्वस्त हूं कि हरियाणा के पास देश को आगे ले जाने की काफी क्षमता है और यह इसके संवृद्धि इंजन के रूप में काम कर सकता है।
उन्होंने कुछ जिलों को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सराहना भी की। उन्होंने कहा, ‘हमें स्वर्ण जयंती वर्ष में समूचे हरियाणा को खुले में शौच से मुक्त बनाना चाहिए और मुझे पूरी उम्मीद है कि राज्य यह कर सकता है।’ मोदी ने कहा कि यदि हर हरियाणवी इस स्वर्ण जयंती पर एक कदम आगे बढ़ाएगा तो राज्य 2.5 करोड़ कदम आगे बढ़ाएगा, फिर क्या कोई राज्य हरियाणा से आगे निकल सकता है।
गौरतलब है कि एक नवंबर 1966 को पंजाब से अलग कर नये राज्य के रूप में हरियाणा का गठन किया गया था। उन्होंने कहा कि क्या हमें हरियाणा को नंबर एक नहीं बनाना चाहिए? कई खूबियां हैं जिन्हें पहचाना जाना है। दिल्ली से सटा हरियाणा राष्ट्रीय राजधानी को आगे ले जा सकता है।’
बालिकाओं की हिफाजत करने पर उन्होंने कहा कि इस स्वर्ण जयंती वर्ष में हर हरियाणावी को बालिकाओं की हिफाजत के लिए एक संकल्प लेना चाहिए और इस सिलसिले में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। माता के गर्भ में कन्या भ्रूण हत्या की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।मोदी ने बालिकाओं की हिफाजत करने वाले और लिंगानुपात बेहतर करने में मदद करने वाले हरियाणा के बुजुर्गों और माताओं का शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने कहा कि एक ऐसे खास राज्य में कन्या भ्रूण हत्या जारी नहीं रह सकती और उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि हरियाणा ने ऐसा नहीं होने को सुनिश्चित करने की कोशिश की है।उन्होंने कहा, ‘मैं हरियाणा के लोगों की सराहना करना चाहता हूं कि उन्होंने उस भावना का सम्मान किया, जब मैंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान : जनवरी 2015 में पानीपत से शुरू करते हुए: बालिकाओं की जान की हिफाजत करने की अपील की थी।’ उन्होंने कहा, ‘आज मैं संतोष के साथ कह सकता हूं कि हरियाणा के लोगों ने इस भावना का सम्मान किया।भाषा