नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में दमघोंटू धुंध के प्रभाव के चलते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी करते हुए आज पांच दिनों तक हर तरह के निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया और बिजली संयंत्रों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्देश दिया। वहीं, शहर में कृत्रिम बारिश कराने की संभावना पर विचार किया जा रहा है।
कई आपात उपायों की घोषणा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ‘सम विषम’ योजना लाने की संभावना पर भी विचार कर रही है, जबकि प्रदूषण के बढ़ते स्तरों पर विचार करते हुए उन्होंने लोगों से घरों के अंदर रहने और संभव हो तो घर से ही काम करने की अपील की।
स्थिति से निपटने के लिए अल्प अवधि के कदमों को बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों की आपात सेवाएं और मोबाइल टावरों को छोडक़र सोमवार से अगले पांच दिनों तक सभी डीजल युक्त जेनरेटर सेटों के इस्तेमाल पर रोक लगाई जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगले तीन दिनों तक स्कूल बंद रहेंगे। स्वास्थ्य विभाग कल पहला प्रदूषण परामर्श जारी करेगा। लोगों से घरों के अंदर रहने और संभव हो तो घर से ही काम करने की अपील की जाती है।’’
कैबिनेट की आपात बैठक के बाद केजरीवाल ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमलोग सम-विषम के लिए तैयारी शुरू कर रहे हैंं। अगले कुछ दिनों में इसका आकलन किया जाएगा और जरूरत हुई तो इसे लागू किया जाएगा।’’
दिल्ली सरकार ने कोयला आधारित बदरपुर बिजली संयंत्र को प्रदूषण का एक अहम स्रोत मानते हुए इसे सोमवार से 10 दिनों तक बंद करने का फैसला किया है तो वहीं शहर में अगले पांच दिनों तक हर तरह के निर्माण एवं विध्वंस कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और सोमवार से सप्ताह में कम से कम एक दिन पीडब्ल्यूडी सडक़ों पर जल छिडक़ाव करेगी।