जम्मू। पाकिस्तान द्वारा की गई फायरिंग में शहीद हुए भारतीय जवान सुशील कुमार ने आखिरी बार अपनी मां से फोन पर बातचीत में कहा था कि हम सीमा पर दिवाली मना रहे हैं। रात को जब शहीद जवान ने अपनी मां से फोन पर बातचीत की तो फायरिंग की आवाज पर मां ने पूछा तो शहीद ने कहा कि मां हम सीमा पर दिवाली मना रहे हैं।
शहीद जवान की अपनी मां से यह आखिरी बातचीत थी। पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देते हुए जवान सुशील कुमार शहीद हो गए। सुशील हरियाणा के कुरूक्षेत्र के रहने वाले थे। शहीद जवान सुशील कुमार कुरूक्षेत्र के फैंसी कॉलोनी में रहते थे।
घटना की रात्रि में सुशील कुमार ने अपनी मां से बात की थी। जब बातचीत के दौरान मां ने जब सुशील कुमार से गोलियां चलने के बारे में पूछा, तो शहीद जवान ने जवाब दिया था कि मां हम दीवाली मना रहे हैं।
इस मां ने कहा था कि बेटा अभी दीवाली में तो काफी दिन हैं तो सुशील कुमार ने जवाब दिया कि मां हम तो रोज दीवाली मनाते हैं। इसके बाद सुशील कुमार ने फोन रख दिया था।
शहीद जवान सुशील कुमार भारतीय सीमा सुरक्षा बल की 127 वीं बटालियन में जम्मू की आरएसपुरा सेक्टर में तैनात थे। पैंतालीस वर्षीय सुशील कुमार पिछले चौबीस वर्षों से बीएसएफ में तैनात थे। शहीद जवान अपने पीछे पत्नी सुनीता, बारहवीं में पढऩे वाला बेटा मोहित व दसवीं में पढऩे वाली बेटी महक व बूढ़ी मां सोमादेवी को छोड़ गए हैं।