मुंबई । शिवसेना ने कर्नाटक के सीमावर्ती इलाके में मराठी बोलने वाली आबादी की ‘रक्षा’ करने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह के हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि उनपर पर पड़ोसी राज्य में ‘अत्याचार’ किया जा रहा है।
शिवसेना नेता नीलम गोरहे ने कहा कि कर्नाटक के बेलगांव और अन्य सीमावर्ती इलाकों में मराठी बोलने वाली आबादी पर जुल्म किया जा रहा है। सिंह को उनको बचाने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए। बीते एक नवंबर को कर्नाटक राज्योत्सव दिवस के मौके पर बेलगांव में काला दिवस रैली में हिस्सा लेने पर क्षेत्रीय संगठन महाराष्ट्र एकीकरण समिति एमईएस के कार्यकर्ताओं और मराठी युवकों को गिरफ्तार किए जाने का हवाला देते हुए नीलम ने कहा, ‘‘ कर्नाटक में अब जो हो रहा है वह दुखद है।’’
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देंवेद्र फडणवीस को कर्नाटक में जो हो रहा है उसका संज्ञान लेना चाहिए और कांग्रेस शासित राज्य में अपने समकक्ष से बात करनी चाहिए। शिवसेना की विधायक ने कहा कि शिवसेना ने हमेशा से संयुक्त महाराष्ट्र का समर्थन किया है। हम वहां पर मराठी लोगों के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। एमईएस नेताओं ने आरोप लगाया था कि उनके कार्यकर्ताओं को कर्नाटक पुलिस पीट रही है और अत्याचार कर रही है। एमईएस ने एक नवंबर को काला दिवस मनाया था। एक नवंबर को समूचे कर्नाटक में कन्नड़ राज्योत्सव दिवस मनाया गया था। उसी दिन राज्य की स्थापना हुई थी। (एजेंसी )