नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद द्वारा वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी विधेयकों को पारित किए जाने का स्वागत करते हुए किया। हालांकि, उन्होंने इस बात को नजर अंदाज करने का प्रयास किया कि जीएसटी उनके कार्यकाल में पारित नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि जो बीत गया वो बीत गया।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि यह नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था पासा पलटने वाली होगी। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने आगाह किया कि इसके क्रियान्वयन में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी से संबंधित लंबित मुद्दों को हल करने के लिए रचनात्मक सहयोग होना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या इस उपाय से सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी को बढ़ाने में मदद मिलेगी, सिंह ने कहा कि यह पासा पलटने वाला हो सकता है। लेकिन हमें यह नहीं मानना चाहिए कि इसके रास्ते में दिक्कत नहीं आएगी। संघीय सरकार और राज्यों को लंबित मुद्दे सुलझाने के लिए रचनात्मक सहयोग की भावना से काम करना चाहिए।