भोपाल। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में ट्रेन की चपेट में आने से बाघिन की मौत हो गई। यहां एक सप्ताह के अंदर यह दूसरा मामला है। वहीं, रायसेन में बुधवार को करंट लगने से एक तेंदुए की मौत हो गई। इस हफ्ते इस क्षेत्र में किसी हादसे में बाघ के मारे जाने की यह दूसरी घटना है।
कुछ दिनों पहले एक बाघ शावक की सडक़ पार करते वक्त एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। बुदनी का मिडघाट सेक्शन टाइगर प्रजाति के लिए काल साबित हो रहा है। बुधवार की रात एक ढाई साल की बाघिन का शव रेलवे ट्रैक पर मिला है। गुरुवार को दिनभर तलाशी के बाद भी बाघिन का पैर नहीं मिला।
वन विभाग का दावा है कि बाघिन की मौत इंटरसिटी ट्रेन से टकराने के कारण हुई है। जबकि ट्रेन ड्राइवर ने ऐसी घटना से मना किया है। मिडघाट सेक्शन में 19 महीने के भीतर बाघ की मौत का यह दूसरा मामला है। बाघिन का बायां पैर गायब था। भोपाल से वाइल्ड लाइफ के डाक्टर ने आकर पोस्टमॉर्टम किया।
मादा तेंदुए की मौत
जिले के वन परिक्षेत्र टिकोदा बीट के नजदीक मृत अवस्था में वन विभाग के अमले को एक मादा तेंदुए का शव मिला है। नरवर गांव के एक खेत में बिजली के तारों से करंट लगने से मादा तेंदुए की मौत हुई है। वन अमले को इसकी जानकारी नरवर के ग्रामीणों ने दी।