नई दिल्ली। नोटबंदी की वजह से आम आदमी की दिक्कतों पर मतविभाजन के साथ चर्चा कराने की मांग को लेकर विपक्ष ने बुधवार को फिर हंगामा किया जिसके कारण लोकसभा में प्रश्नकाल पूरा नहीं हो सका और आधे घंटे तक शोरशराबे के बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े नोटबंदी पर मतविभाजन के साथ चर्चा कराने की मांग करने लगे।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार उत्तेजित हो गये और उन्होंने कहा कि खडग़े जो कुछ भी कह रहे हैं उसे रिकॉर्ड में नहीं दर्ज किया जाना चाहिए। अध्यक्ष ने कहा कि अगर विपक्षी सदस्य नियम 193 के तहत चर्चा के लिए तैयार हों तो चर्चा शुरू हो सकती है। ये रोज-रोज एक ही ढर्रा नहीं चलेगा लेकिन इस बीच कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल के सदस्य सदन के बीचोंबीच आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। खडग़े ने भी कुछ कहने का प्रयास किया जो शोर शराबे के कारण सुनायी नहीं दिया।
अध्यक्ष ने इसबीच प्रश्नकाल शुरू कर दिया और सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और शोर शराबे के बीच मंत्रियों ने उत्तर दिए। खडग़े ने पुन: कहा कि वह सदन में गरीब लोगों को हो रही परेशानी पर चर्चा करना चाहते हैं। और इस चर्चा में मतविभाजन जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सदन में मौजूद थे और नारेबाजी शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद वह उठकर चले गए। तकरीबन आधे घंटे से अधिक समय तक प्रश्नकाल चलने के बाद शोरशराबा तेज होने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी।