चेन्नई। आय से अधिक सम्पत्ति मामले में जयललिता को अदालत ने बरी कर दिया था, लेकिन कर्नाटक कोर्ट में जब्त उनकी 10,500 साडिय़ां, 750 चप्पलें और 500 वाइन ग्लास का क्या होगा। इस बात को लेकर नई चर्चा चल रही है। जयललिता के निधन के बाद उनकी पार्टी चाहती है कि जयललिता से जुड़ी इन सभी सामानों को पार्टी को वापस कर दिया जाए, ताकि पार्टी उसका इस्तेमाल म्यूजियम में कर सके। इसको लेकर एआईएडीएमके के नेताओं को उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट जल्द ही इस फैसले पर सुनवाई करेगा।
साथ ही कोर्ट द्वारा जब्त सभी संपत्ति और सामन को वापस करेगा, ताकि एआईएडीएमके के नेता उन्हें जयललिता की याद को तौर पर संग्रहालय में रख सके। उम्मीद है इस मामले पर फैसला जून 2017 तक आ जाएगा। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री की मौत के बाद तमिलनाडु सरकार ने फैसला किया है कि वह फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में ज्ञापन भी देगी, जिससे मामले की सुनवाई जल्दी हो सकते।
गौरतलब हो कि आयकर विभाग ने वर्ष 1996 में जो संपत्ति जब्त की थी उसे दो अलग-अलग स्थानों पर रखा गया है। जब्त संपत्तियों में 10,500 साडिय़ां, 750 सैंडल और 500 वाइन की ग्लास शामिल हैं। वर्ष 2002 में जब केस तमिलनाडु से कर्नाटक शिफ्ट हुआ तब इन संपत्तियों को आयकर विभाग ने कर्नाटक कोर्ट के हवाले कर दिया था।