नई दिल्ली। जेएनयू छात्र संघ ने प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दिए जाने के विश्वविद्यालय के फैसले के विरोध में प्रशासनिक ब्लॉक में एक अनिश्चितकालीन धरना देने का आज फैसला किया।
जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष मोहित पांडे ने बताया कि आज प्रशासन से कोई जवाब नहीं मिलने के बाद जेएनयू छात्र संघ ने प्रशासनिक ब्लॉक में अनिश्चितकालीन धरना देने का फैसला किया। प्रदर्शन के लिए जगह नहीं देने और नजीब मामले में न्याय नहीं मिलने को लेकर यह कदम उठाया गया है।
एमएससी के प्रथम वर्ष के छात्र नजीब अहमद के लापता होने के मुद्दे पर विश्वविद्यालय प्रशासन की कथित निष्क्रियता के खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। वह 15 अक्तूबर को विश्वविद्यालय परिसर से लापता है जिसके पहले एबीवीपी सदस्यों ने छात्रावास चुनाव प्रचार के दौरान उनकी कथित तौर पर पिटाई की थी।
विश्वविद्यालय ने प्रशासनिक ब्लॉक के पास तीन नवंबर को और कल पांडे को कोई सभा या प्रदर्शन नहीं करने का पत्र लिखा है ।
पत्र में लिखा गया है, ‘‘लेकिन यह विवि प्रशासन की जानकारी में आया है कि आप प्रशासनिक ब्लॉक में प्रदर्शन करने जा रहे हैं। आपको एक बार फिर सलाह दी जाती है कि प्रशासनिक ब्लॉक के पास ये गतिविधियां ना करें, अन्यथा विवि नियमों के मुताबिक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।’’
प्रशासन ने कहा कि उसे ब्लॉक के आसपास रहने वाले लोंगों और उसमें काम करने वाले कर्मचारी से शिकायत मिली है कि वे लोग परेशान हो रहे हैं तथा ऐसी गतिविधि खुले थियेटर में या छात्र गतिविधि केंद्र में होनी चाहिए।
पांडे ने कहा कि कुलपति छात्रों से मिलने और उन्हें जवाब देने से स्थायी रूप से मना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वह आरएसएस के प्रतिनिधियों, एबीवीपी सदस्यों से मिलते हैं, लेकिन छात्र संघ से नहीं मिलते। हमारे विश्वविद्यालय में संघी प्रशासन की यह स्थिति है।’’