जमशेदपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता और सह राज्यसभा सांसद डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि भगवान राम के जन्म स्थल अयोध्या में ही राम मंदिर बनेगा। गुरुवार को जमशेदपुर पहुंचे डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि वर्ष 2003 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद स्पष्ट हो गया कि अयोध्या में पूर्व से ही राम मंदिर था। कोर्ट में जो पुरातत्व विभाग ने रिपोर्ट सौंपी थी, उसमें साफ तोर पर इस बात का उल्लेख किया था कि यहां पहले से मंदिर था और मंदिर को तोडक़र मस्जिद बनाई गई थी।
उन्होंने कहा कि मस्जिद तो कहीं भी बन सकती है। नमाज तो रोड पर या घर में भी पढ़ी जा सकती है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में सरयू नदी के उस पार मस्जिद का निर्माण हो। उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के हाल के सुझाव पर डॉ. स्वामी ने कहा कि मुस्लिम संगठनों के लोगों से कई बार बातचीत की गई हैं। वहां मंदिर बने, इस बात पर मुस्लिम संगठनों को एतराज नहीं है लेकिन वे कोर्ट से बाहर समझौते को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 अप्रैल के बाद मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा। उन्होंने ये भी कहा है कि जरुरत हुई तो जिस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने शाहबानो केस में विशेष अध्यादेश लाया था उसी तर्ज पर मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वर्ष 2024 तक मथुरा व काशी में भी मंदिर का निर्माण कार्य कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मुगलकाल में चालीस हजार से अधिक मंदिरों को तोड़ा गया था। उधर हाल ही में यूपी के मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ के लिए उन्होंने कहा है कि पहली बार किसी शेर को यूपी का मुख्यमंत्री बनाया गया है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का तेजी से विकास होगा।