चेन्नई। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि शिक्षा के माध्यम से भारत सुपर पावर बनने के लक्ष्य को पूरा कर सकता है।
जावड़ेकर ने रोटरी साउथ एशिया इंटरनेशनल लिटरेसी समिट-2017 का शुभारंभ करने के बाद यह बात कही। इस सम्मेलन में यूनेस्को, केंद्र सरकार, ब्रिटिश काउंसिल, रोटरी और शैक्षणिक संस्थानों के कई सदस्य हिस्सा ले रहे हैं।
जावड़ेकर ने भारत में बड़ी अशिक्षित दर पर गंभीर चिंता व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यदि प्रत्येक बच्चा अशिक्षित वयस्क को पढ़ाएगा तो देश अगले कुछ वर्षों में पूर्ण रूप से शिक्षित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ लोगों को शिक्षित बनाने के लिए है बल्कि हमारे स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना सुनिश्चित करना है।
उन्होंने पूरे विश्व में पोलियो उन्मूलन के बाद रोटरी के दक्षिण एशिया में ‘पूर्ण साक्षरता और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा’ के अगले मिशन की सराहना की। जावड़ेकर ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से भारत सुपर पावर बनने के लक्ष्य को पूरा कर सकता है। जहां पर सभी और कोई भी बिना किसी रंग या भागदौड़ के सौहार्दपूर्ण से रह सकता है।
इस तीन दिवसीय सम्मेलन में पूरे भारत से तीन हजार रोटरी हिस्सा ले रहे थे। इसकी थीम ‘पूर्ण साक्षरता और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ‘थी। रोटरी ‘टीच’ कार्यक्रम के तहत पूरे भारत में लागू करेगा।
इस सम्मेलन में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, ब्रिटिश काउंसिल के निदेशक एलेन गेमेल, ग्लोबल एजुकेशन के ग्रुप सीईओ राकेल श्रॉफ, भारत में यूनेस्को के प्रतिनिधि और निदेशक शिगेरू आयोगी सहित कई विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे थे।