नई दिल्ली। संसदीय और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने का आज विरोध करते हुए कांग्रेस ने सवाल किया, क्या ऐसा प्रस्ताव कर रहे लोगों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास नहीं है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘‘क्या आप लोकतंत्र को रौंदना चाहते हैं? क्या आप संसद और विधानसभाओं का कार्यकाल छोटा करने वाले हैं?’’ उनसे दोनों चुनाव साथ कराने के मुद्दे पर पार्टी का विचार पूछा गया था।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘जनता की इच्छानुसार चुने गए विधानसभाओं का कार्यकाल क्या तय प्रक्रिया और संवैधानिक परंपरा तथा संविधान की मूल संरचना के अनुरूप नहीं है?’’ सुरजेवाला ने सवाल किया, जो लोग सभी चुनाव एक साथ कराना चाहते हैं उन्हें देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया और उसकी सुन्दरता पर विश्वास नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोकतांत्रिक प्रक्रिया इस देश की मजबूती और चरित्र का हिस्सा है।’’ संसद और विधानसभा दोनों के चुनाव साथ कराने के मामले में कांग्रेस ने पहले भी विस्तृत सलाह-मशविवरा कराने की बात कही थी। पार्टी ने पहले कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री इस मामले में बहुत सक्रिय हैं। इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा की जरूरत है। सैद्धांतिक रूप से भले ही यह बहुत आसान लगे, लेकिन वास्तविकता में शायद संविधान संशोधन की भी आवश्यकता पड़े।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद और राज्यों में एक साथ चुनाव कराने के विचार को बढ़ावा दे रहे हैं। उनका कहना है कि लगातार होने वाले चुनाव विकास को अवरूद्ध करते हैं और निर्णय लेने की प्रक्रिया को बाधित करते हैं। -(एजेंसी)