हार्ट ऑफ एशिया का छठवां मंत्रिस्तरीय सम्मेलन इस वर्ष अमृतसर में आयोजित हो रहा है.
सम्मेलन में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने 14 देशों से आए प्रतिनिधि मंडल का स्वागत किया. बता दें कि हार्ट ऑफ एशिया का गठन 2011 में अफगानिस्तान और उसके पड़ोसी देशों के बीच रक्षा, राजनैतिक और आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए किया गया है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सबका यहां एकजुट होना, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता बनाए रखने की प्रतिबद्धता को फिर से दिखाता है. उन्होंने कहा कि हमारी बातों और कार्यों का मक़सद अफगानिस्तान और उसके नागरिकों की तरक्की, मज़बूती और बाहरी खतरे से बचाने पर रहता है. उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में शांति कायम करने को लेकर पर्याप्त मात्रा में आवाज़ें नहीं उठ रही हैं. इस मुद्दे पर कठोर कार्रवाई की जरूरत है.
पाक पर निशाना:
इस शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने आतंकवाद पर निशाना साधते हुए कहा 'हमें डर और खून खराबा फैलाने वाले आतंकी नेटवर्क को परास्त करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करना होगा.' उन्होंने कहा की चुप्पी और निष्क्रियता आतंक और उसके मालिकों को बढ़ावा देगी.'
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के बीच रविवार को द्विपक्षीय वार्ता भी हुई, जिसमें व्यापार और निवेश बढ़ाने, युद्ध से जर्जर देश में भारत की पुनर्निर्माण गतिविधियों और दोनों के बीच रक्षा तथा सुरक्षा साझेदारी मजबूत करने सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई.
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अज़ीज़ के साथ चार देशों के विदेशमंत्रियों ने शनिवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जिसके दौरान प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि अफगानिस्तान और क्षेत्र में स्थिरता के लिए आतंकवाद और हिंसा को खत्म करना महत्वपूर्ण है.
पीएम मोदी से किर्गिस्तान, ईरान, अफगानिस्तान और स्लोवाकिया के विदेशमंत्रियों के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार अज़ीज़ की यह मुलाकात हार्ट ऑफ एशिया के छठे मंत्रिस्तरीय सम्मेलन से पहले हुई.