उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावी घमासान में गधे और कबूतर के बाद आज सहारा रेगिस्तान का भी जिक्र हो गया। अपने प्रचार अभियान के दौरान राज्य की अखिलेश यादव सरकार पर अक्सर ‘काम नहीं, कारनामे बोलते हैं’ का तंज कसने वाले प्रधानमंत्री नरेन् मोदी ने आज सूबाई सरकार की आधिकारिक वेबसाइट का उदाहरण देकर उसपर निशाना साधा।
मोदी ने महराजगंज में आयोजित अपनी चुनावी रैली में कहा कि मुख्यमंत्री भले ही ‘कारनामे बोलते हैं’ की बात से इत्तेफाक ना रखते हों लेकिन उनकी सरकार की आधिकारिक वेबसाइट इसका समर्थन करती है। उन्होंने दावा किया, ‘‘प्रदेश सरकार की वेबसाइट बताती है कि कारनामे बोलते हैं। उसमें बताया गया है कि लाइफ इन उत्तर प्रदेश इज शार्ट एण्ड अनसर्टेन। यानी यूपी में जिंदगी बहुत छोटी होती है और कब मर जाएं, कोई भरोसा नहीं। आगे कहते हैं कि इन दिस रिस्पेक्ट, यूपी रिजेम्बल्स सहारन अफ्रीका। यानी यूपी की हालत अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान जैसी है। अखिलेश जी क्या अब हम आपकी ही ना मानें। मुझे मालूम है कि मेरा भाषण खत्म होते ही अफसरों पर गाज गिरेगी।’’
मालूम हो कि राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के ‘स्टेट ऐट अ ग्लांस’ राज्य-एक नजर में खण्ड के ‘इकोनामी’ उपखण्ड में ‘हेल्थ’ शीर्षक से दिये गये विवरण में लिखा है ‘‘उत्तर प्रदेश में जीवन छोटा और अनिश्चितता भरा है। यहां महिलाओं की जीवन प्रत्याशिता 55 साल है और पांच साल से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर 141 प्रति हजार है। इस मामले में उत्तर प्रदेश अफ्रीका के सहारा क्षेत्र से मिलता-जुलता है, जहां जीवन प्रत्याशिता 53 साल है और पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर प्रति हजार 160 है।’’
नेशनल इन्फारमेटिक्स सेंटर की उत्तर प्रदेश इकाई द्वारा तैयार की गयी वेबसाइट में यह भी कहा गया है कि देश के सभी प्रमुख राज्यों में से उत्तर प्रदेश में यह मृत्यु दर सबसे ज्यादा है। अखिलेश अब तक प्रधानमंत्री मोदी के लगभग हर वार पर करारा पलटवार करते रहे हैं लेकिन इस बार उन पर उन्हीं की सरकार की वेबसाइट को हथियार बनाकर प्रहार किया गया है। अब देखना है कि वह इसकी क्या काट निकालते हैं। -(एजेंसी)