पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने पंजाब में सरकार बनाई है। कांग्रेस के पास गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने का पूरा मौका था लेकिन आपसी खींचतान के कारण दोनों जगह ही सरकारे नहीं बन पाई।
गोवा में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाने का ठीकरा पार्टी के नेता खुद एक-दूसरे पर फोड़ रहे हैं। गोवा कांग्रेस अध्यक्ष लुइजिन्हो फलेरो ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और गोवा स्क्रीनिंग कमेटी के चीफ केसी वेणुगोपाल के चलते पार्टी गोवा में सरकार बनाने में असफल रही।
गोवा में कांग्रेस सीएम उम्मीदवारों के बीच झगड़े की बात खारिज करते हुए फलेरो ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा के बुलावे का इंतजार करने को कहा था।
फलेरो ने कहा, हमने समर्थन पत्र का ड्रॉफ्ट तैयार कर लिया था ताकि राज्यपाल के पास इसे पेश कर सके लेकिन दिग्विजय ने कहा कि राज्यपाल के बुलावे का इंतजार करना चाहिए। इसलिए हम रूक गए।
फलेरो ने दावा किया 11 मार्च को चुनावी नतीजे आने के बाद देर रात तक हमारे पास एनसीपी विधायक सहित दो निर्दलियों का समर्थन मिल चुका था। हमें 21 विधायकों का समर्थन मिल गया था लेकिन हस्ताक्षर नहीं थे।
गोवा में सरकार बनाने की कांग्रेस की संभावनाओं पर ‘पानी फेरने’ पर आलोचनाओं के शिकार कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर हमला बोलते हुए पार्टी के पूर्व विधायक विश्वजीत राणे ने कहा कि उन्हें अब राजनीति छोड़ देनी चाहिए।