नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने काम में कोताही बरतने वाले विभिन्न विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर वे सरकारी निर्देशों का पालन करने में नाकाम रहे तो उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
काम में कोताही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सोमवार को यहां फड़णवीस ने कहा, ‘‘सरकार उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने में नहीं हिचकेगी। ऐसे अधिकारियों को घर भेज दिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि डिजिटलीकरण, सेवा का अधिकार कानून और अन्य लोकोन्मुखी उपाय शुरू किए गए हैं ताकि पूरी व्यवस्था को पारदर्शी, त्वरित और परिणामोन्मुखी बनाया जा सके।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि लाल फीताशाही के लिए कोई बहानेबाजी नहीं स्वीकार की जाएगी।
उनसे सवाल किया गया कि क्या नौकरशाही के कामकाज के तरीके में सुधार हुआ है क्योंकि कुछ समय पहले उन्होंने दावा किया था कि 70 प्रतिशत अधिकारी सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अधिकतर वरिष्ठ अधिकारी बेहतरीन काम कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि मंत्रियों के प्रदर्शन का भी आकलन किया जा रहा है।
विदर्भ को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अब गेंद केंद्र के पाले में है।
भाजपा ने 2014 के विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में अलग विदर्भ राज्य का वादा किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक मेरा सवाल है और भाजपा के भी, रूख में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।’’