लेह/नई दिल्ली। वास्तविक नियंत्रण रेखा एलएसी पर देमचोक क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच एक निर्माण कार्य को लेकर कल से गतिरोध बना हुआ है। यह गतिरोध तब पैदा हुआ जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पीएलए ने भारतीय इंजीनियरों द्वारा मनरेगा के तहत किए जा रहे एक निर्माण कार्य पर आपत्ति जताई।
चीनी सैनिकों ने कल तब आपत्ति जताई जब भारतीय सैनिक लेह के 250 किलोमीटर पूर्व में स्थित देमचोक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून मनरेगा के तहत ग्रामीणों के लिए ‘हॉट स्प्रिंग’ जल को जोडऩे के लिए एक सिंचाई नहर का निर्माण कर रहे थे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार देमचोक के सामान्य क्षेत्र में स्थित ‘हॉट स्प्रिंग’ स्थल पर कल पूर्वाह्न करीब 10 बजकर 55 मिनट पर भारतीय सेना और पीएलए के बीच गतिरोध पैदा हो गया जो रात तक जारी रहा।
सूत्रों ने बताया कि आज सुबह भारतीय इंजीनियरों द्वारा जलापूर्ति के लिए पाइप बिछाए जाने के साथ ही चीनी सैनिक फिर से एलएसी पर पहुंच गए और गतिरोध जारी है।
उन्होंने कहा कि करीब 55 चीनी सैनिक घटनास्थल पर पहुंचे और ‘‘आक्रामक ढंग’’ से काम रोक दिया जिसकी वजह से सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस आईटीबीपी के कर्मियों को चीनी सैनिकों की ‘‘आक्रामकता’’ पर अंकुश लगाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचना पड़ा।
चीनी सैनिकों ने एलएसी पर मोर्चा संभाल लिया और काम रोकने की मांग की। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को कोई निर्माण कार्य शुरू करने से पहले एक-दूसरे की अनुमति लेने की आवश्यकता होती है। वहीं, भारत का कहना है कि दोनों देशों के बीच समझौते के अनुसार निर्माण कार्य के बारे में सूचना केवल तभी साझा करनी होती है जब कार्य रक्षा उद्देश्यों से संबंधित हो।