बिलासपुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने दंतेवाड़ा जिला न्यायालय के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश की पत्नी के मौत के मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग को लेकर दाखिल याचिका विचारार्थ स्वीकार कर ली है।
न्यायमूर्ति प्रशांत मिश्रा की एकल पीठ ने मृतका रंजना दीवान की मां मंदाकिनी दीवान तथा भाई सुबोध सिंह की याचिका पर कल रजिस्ट्रार उच्च न्यायालय, केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई), छत्तीसगढ़ सरकार, पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा तथा अन्य को नोटिस जारी किया है। सभी को चार सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।
दंतेवाड़ा के द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश मानवेंद्र सिंह की पत्नी और वहीं पदस्थ लोक अभियोजन अधिकारी रंजना का शव गत 15 मई की रात दंतेवाड़ा के शासकीय आवास पर लटकता पाया गया था। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद इसे आत्महत्या का मामला बताया।
याचिकाकर्ता मंदाकिनी दीवान और सुबोध सिंह ने याचिका में कहा है कि रंजना की हत्या पति मानवेंद्र सिंह ने की तथा शव फांसी पर लटका दिया। इसकी शिकायत गीदम पुलिस थाने में दर्ज करायी गई। पुलिस ने कथित जांच के बाद आत्महत्या का मामला दर्ज किया। याचिकाकर्ताओं ने क्रिमिनल रिट पिटिशन में मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।