नई दिल्ली। कांग्रेस ने हुर्रियत को सीमा पार से धन मिलने के आरोपों को ‘‘बेहद गंभीर’’ करार देते हुए कहा कि इस पर कठोर कार्रवाई की जरूरत है क्योंकि इसमें देश की सुरक्षा कमतर हुई है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने एक वीडियो में हुर्रियत के एक नेता द्वारा सीमा पार से मिलने वाले धन की बात को कथित रूप से स्वीकार किये जाने के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में संवाददाताओं से यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘जो वीडियो दिखाया जा रहा है यदि यह सत्य है तो यह बेहद गंभीर मामला है। इस पर कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए। इसके कारण राष्ट्रीय सुरक्षा को कमतर किया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आए दिन हमें भाषण और प्रवचन सुनने को मिलते हैं। कांग्रेस यह पूछना चाहती है कि आपकी भाजपा की केन्द्र में सरकार है। आप राज्य जम्मू कश्मीर की सरकार में शामिल हो। फिर आप यह प्रवचन किसे दे रहे हो।’’ सिंघवी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में शासन में इतनी तेजी से गिरावट इससे पहले कभी नहीं देखी गयी जितनी कि इस सरकार के शासन में पिछले 36 माह के दौरान देखी गयी है। हिंसा हो रही है। सरकार की नीतियों में कोई निरंतरता नहीं है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में बाहरी घुसपैठ में भी बहुत वृद्धि हो गयी है। हम यह नहीं कह रहे कि कश्मीर में पहले सब कुछ सामान्य था। दस वर्ष कांग्रेस का भी शासन था। किन्तु इस तरह की स्थिति पहले कभी नहीं देखी गयी। इसे देख कर हम देशभक्त व्यक्ति परेशान और चिंतित है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी लश्करे तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद और कट्टरपंथी कश्मीरी नेता सैयद अली शाह जिलानी की जम्मू कश्मीर में उपद्रव वाली गतिविधियों में भूमिका की जांच कर रही है।
एनआईए ने अपनी प्रारंभिक जांच में दो लोगों को नामजद किया है। इनमें नईम खान का भी नाम है। नईम को एक टीवी स्टिंग आपरेशन में पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों से धन लेने की बात कथित तौर पर स्वीकार करते हुए दिखाया गया है। एनआईए टीम आज इस संबंध में लोगों से पूछताछ करने के लिए श्रीनगर पहुंची। -(एजेंसी)