उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर निशाने पर हैं।
पिछले दिनों लखनऊ स्थित कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में एक कार्यकर्ता ने पोस्टर लगाया था, जिसमें प्रशांत के बारे में सूचना देने वालों को पांच लाख रुपए इनाम के रूप में देने की बात लिखी गई थी। हालांकि, पार्टी आलाकमान को इसकी जानकारी मिलने के बाद उन्होंने तुरंत इसे हटवा दिया था।
उधर मंगलवार को पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला सहित कई कांग्रेस नेताओं ने ट्विटर पर प्रशांत किशोर की तारीफ के पुल बांधे। इसके साथ ही पंजाब में भारी जीत में उनके योगदान की सराहना की।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी उनकी तारीफ की। वहीं, यूपी हार के बाद प्रशांत किशोर ने अपने या कांग्रेस के चुनाव में उठाए गए गलत कदम पर कोई टिप्पणी नहीं की। इसके साथ ही आने वाले समय में पार्टी से उनका क्या रिश्ता रहेगा, इसके बारे में भी उन्होंने कुछ नहीं बताया।
सूत्रों की माने तो प्रंशात किशोर अब कांग्रेस पार्टी के केवल चुनावी रणनीतिकार ही नहीं रहेंगे, बल्कि वो पार्टी के सदस्य भी बन सकते है। दो हफ्ते के अंदर प्रशांत किशोर अपनी टीम के सीनियर सदस्यों से बात करेंगे। इसमें उनके कांग्रेस से सीधे-सीधे जुड़ने या एक इनसाइडर के तौर पर भावी सहयोग पर मंथन करेंगे।