नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना आयोग ने कहा है कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम ईएसआईसी अधिकारियों के चयन में ‘‘लघु व्यापमं’’ घोटाले की आशंका है। उन्होंने मामले की जांच की आवश्यकता पर जोर दिया।
सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलु ने ईएसआईसी फरीदाबाद में एक पद के उम्मीदवार हरिंदर धींगरा के मामले की सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। धींगरा ने आरोप लगाया कि भर्ती परीक्षा में उपस्थित हुए उम्मीदवारों और एलडीसी नियुक्त किए गए उम्मीदवार के हस्ताक्षर अलग...अलग हैं।
धींगरा ने आरोप लगाया कि 20 सितम्बर 2009 को परीक्षा में उपस्थित हुए उम्मीदवारों और एलडीसी नियुक्त किए गए सफल छात्रों के एडमिट कार्ड और उपस्थिति पत्रक पर हस्ताक्षर में भिन्नता है।
सीबीआई ने घोटाले की जांच के लिए 170 प्राथमिकियां दर्ज की थीं जो सरकारी नौकरियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं और मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा बोर्ड व्यापमं द्वारा आयोजित इंजीनियरिंग और मेडिकल पाठ्यक्रमों में चयन से जुड़ी हैं।
धींगरा ने आरटीआई से जो ब्यौरा मांगा, उसमें 2009 की परीक्षा में उपस्थित हुए छात्रों के अंगूठे की निशानी भी शामिल है। चूंकि परीक्षा के दौरान अंगूठे की निशानी नहीं ली गई थी इसलिए उन्हें यह ब्यौरा नहीं दिया जा सका।