इंदौर। सीबीआई ने 25 लाख रूपए की कथित घूस मांगे जाने के मामले में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो सीबीएन के दो आला अधिकारियों के ठिकानों पर आज छापे मारे और आपत्तिजनक दस्तावेज व अन्य सामान जब्त किया।
सीबीआई के एक अफसर ने प्रेस विज्ञप्ति मेंं बताया कि एक स्थानीय अदालत की ओर से जारी किए गए तलाशी वारंट के आधार पर सीबीएन की उज्जैन इकाई के अधीक्षक मुकेश खत्री के इंदौर स्थित निवास और कोटा इकाई के अधीक्षक धरम सिंह मीणा के सरकारी दफ्तर पर छापे मारे गए।
उन्होंने बताया कि छापे के दौरान खत्री के घर से बैंकिंग लेन..देन से संबंधित 13 आपत्तिजनक दस्तावेज, लॉकर की चाबी और मोबाइल फोन जब्त किया गया। मीणा के कोटा स्थित दफ्तर से एक डायरी और आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ मोबाइल फोन जब्त किया गया। मीणा के घर की भी तलाशी ली गई।
अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने एक व्यक्ति की शिकायत पर खत्री, मीणा और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 120..बी आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की सम्बद्ध धाराओं के तहत 24 अक्तूबर को मामला दर्ज किया था।
उन्होंने बताया कि आरोप है कि मीणा ने खत्री के जरिए शिकायतकर्ता को यह धमकी दिलवाकर उससे 25 लाख रूपए की घूस मांगी कि अगर यह रकम नहीं चुकाई गई तो उसे नशीले पदार्थों के पहले से दर्ज मामले में फंसा दिया जाएगा। हालांकि, ‘मोल..भाव’ के बाद घूस की रकम घटाकर 16 लाख रूपए कर दी गई।
अधिकारी ने बताया कि घूस की रकम तय होने के बाद खत्री को शिकायतकर्ता पर संदेह हो गया और उसने घबराकर उससे रिश्वत लेना कबूल नहीं किया। लेकिन उसने शिकायतकर्ता के कब्जे से दो मोबाइल फोन छीनकर अपने पास रख लिए मामले में विस्तृत जांच जारी है।