संबलपुर ओडिशा। प्रवर्तन निदेशालय ईडी जल्द ही नोटबंदी के बाद 1.43 लाख रपए की नकदी की बरामदगी के मामले की जांच का जिम्मा संभालेगा। संबलपुर पुलिस थाने के अधीक्षक अखिलेश्वर सिंह ने कहा, ‘‘हम पहले ही नयी दिल्ली स्थित प्रवर्र्तन निदेशालय को प्राथमिकी एवं जब्ती के ब्यौरे की एक प्रति भेज चुके हैं। वह मामला दर्ज कर जांच शुरू करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि ईडी धन के स्रोत एवं जब्ती से संबंधित दूसरे वित्तीय पहलुओं की जांच करेगी। यह जब्ती यहां रविवार को हुई थी। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक से जब्त नोटों की सूचना जुटाने के लिए पुलिस की एक टीम भुवनेश्वर के लिए रवाना हुई।
पुलिस के अनुसार जब्त की गयी नकदी में से 85,62,000 रपए 500 और 2,000 के नये नोटों में थे जबकि 25,29,000 रपए 500 और 1,000 रपए के चलन से बाहर हो गए पुराने नोटों में थे और बाकी रपए छोटे नोटों में थे।
पुलिस ने अब तक मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक की मुख्य शाखा का जनसंपर्क अधिकारी शामिल है। गिरफ्तार किए गए दूसरे आरोपियों में जनसंपर्क अधिकारी का बड़ा भाई, शराब व्यापारी जियारत अली, उसके तीन बेटे और दो अन्य कारोबारी शामिल है।
चूंकि नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के कारण इतनी बड़ी नकदी निकालना संभव नहीं है, पुलिस को मामले में और बैंक कर्मचारियों के संलिप्त होने का संदेह है।