भोपाल। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने अपने एक बयान से विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लाइनों में इंतजार कर रहे लोगों की मौत की खबरों को खारिज कर दिया। मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक बैंक के बाहर लाइन में इंतजार करते हुए एक व्यक्ति की मौत पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'कई बार लोग राशन की दुकानों में इंतजार करते हुए भी मर जाते हैं।
सहस्रबुद्धे सोमवार को राज्य के जनसम्पर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा के आधिकारिक निवास पर रिपोर्टरों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार को पता था कि विमुद्रीकरण के कारण लोगों की मौत भी होगी तो उन्होंने कहा, 'लोगों का लाइन में लगकर मरना ये सिर्फ हादसे हैं।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस बयान पर माफी की मांग की। वरिष्ठ कांग्रेस नेता बाला बच्चन ने कहा, 'बीजेपी में सत्ता का अहंकार अपने चरम पर पहुंच गया है। बीजेपी जनता के भोलेपन का फायदा उठा रही है लेकिन पार्टी अगले चुनाव में पार्टी मुंह के बल गिरेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नोट बंदी के कारण अब तक करीब 16 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
जब उनसे कतार में लगे लोगों में कुछ के दम तोड़ने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा- लोग राशन की लाइन में भी मर सकते हैं। हालांकि बीजेपी नेता ने साथ में जोड़ दिया कि वे लोगों द्वारा झेली जा रही दिक्कतों को लेकर असंवेदशील नहीं है। मगर ये हादसे हैं, कई बार ऐसा हो जाता है।