नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलने पर दुनियाभर में चर्चा का विषय है। भाजपा ने करीब 70 फीसदी सीटों पर अपना कब्जा किया है, वे 403 सीटों में से कुल 325 पर काबिज है। भाजपा की ये जीत इसलिए भी खास हो जाती है, क्योंकि उसके कई विधायक काफी बड़े अंतर से जीते हैं।
साल 2012 के चुनावों में जहां सिर्फ 12 सीटों पर भाजपा के विधायक 20,000 वोटों के अधिक अंतर से जीते थे, लेकिन इस बार ये आंकड़ा 224 विधायकों (बीजेपी गठबंधन) तक जा पहुंचा। जो साफ दर्शाता है कि वाकई भाजपा की जीत काफी बड़ी और एक तरफा है। अगर बात की जाएं कुल 403 सीटों पर तो कुल 245 सीटों पर विधायक इतने बड़े अंतर से जीते हैं, वर्ष 2012 में कुल 111 सीटों पर ऐसी जीत दर्ज की गई थी।
भाजपा ने कुल 384 सीटों पर चुनाव लड़ा और 216 सीटों पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की। वहीं अपना दल के 6 और बसपा के दो विधायक बड़े अंतर से जीते हैं। इस बार कुल 6 विधायक 1 लाख वोटों के अधिका अंतर से विजयी हुए, जिनमें 5 भाजपा के ही हैं।
साहिबाबाद के भाजपा विधायक सुनील कुमार सबसे अधिक 1.5 लाख वोटों से जीतने वाले विधायक हैं। वहीं सपा की ओर से आजम खान तथा शिवपाल यादव बड़े अंतर से जीतने वाले प्रत्याशी रहे। आजम 53, 000 और शिवपाल 52,000 वोटों के अंतर से जीते। निर्दलीय चुनाव लड़े राजा भैय्या अपनी कुंडा सीट से 1 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीते।