पटना। मकर संक्रांति के मौके पर शनिवार को बिहार की राजधानी में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की ओर से 'दही-चूड़ा भोज' का आयोजन किया गया, जिसमें राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गर्मजोशी से मिले। लालू ने नीतीश को दही का तिलक लगाया। इस भोज के बहाने जहां महागठबंधन को मजबूत दिखाने की कोशिश की गई, वहीं यह भी जताने का प्रयास किया गया कि राजद और जद (यू) के नेताओं में कोई मनमुटाव नहीं है। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास 10, सर्कुलर रोड पर हर साल की तरह इस बार भी मकर संक्रांति के मौके पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया। भोज में शामिल होने के लिए दोपहर बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी लालू प्रसाद के आवास पहुंचे।
लालू प्रसाद ने नीतीश को दही का टीका लगाते हुए कहा, गठबंधन सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। लोग कहते रहते हैं कि महगठबंधन में कोई मनमुटाव है, और देखिए मैंने नीतीश के माथे पर दही का तिलक लगाया है। दही का तिलक काफी शुभ होता है। दही के तिलक से ही साबित होता है कि कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि अब गठबंधन में सब शुभ ही शुभ होगा। इस भोज में राज्य के मंत्री और लालू प्रसाद के पुत्र तेजप्रताप और तेजस्वी प्रसाद यादव सहित कई मंत्री, सांसद और विधायक भी शामिल हुए। लालू और राबड़ी आगंतुकों के लिए मुस्तैद दिखे तथा खुद दही, चूड़ा और तिलकुट परोसा। नीतीश कुमार ने भी इस मौके पर प्रदेशवासियों को मकर संक्रांति की शुभकामना दी। लालू द्वारा दही का तिलक लगाए जाने पर उन्होंने कहा, मुझे इस भोज में भाग लेने का अवसर मिला, जिसे मैं अपना सौभाग्य मानता हूं।
लालूजी ने दही का टीका लगाकर मुझे आशीर्वाद दिया, इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा, हमलोग मिलकर बिहार को आगे बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील हैं। महागठबंधन को जिस प्रकार जनादेश मिला है, उसका हमें एहसास है और हम लोग चुनाव के पूर्व जो वादे किए थे, उसे पूरा करने में लगे हुए हैं। इस भोज में विपक्षी भाजपा के लोगों को भी निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वे इस भोज से अलग रहे। इस मौके पर कांग्रेस और जद (यू) के लगभग सभी बड़े नेता राबड़ी-लालू के आवास पर पहुंचे और उन्हें मकर संक्रांति की बधाई दी। उल्लेखनीय है कि राजद की ओर से दो दिन चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया गया है। रविवार को अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए राबड़ी के आवास पर भोज का आयोजन किया गया है। 15 जनवरी को जद (यू) की ओर से भी चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया गया है। इसमें भी भाजपा को निमंत्रण दिया गया है। भाजपा के नेता इस भोज में शामिल हो सकते हैं।