नेपाल। नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने कहा कि भगवान जगन्नाथ की विशेष पूजा के लिए जरूरी कस्तूरी की आपूर्ति बहाल करने के लिए वह नेपाल सरकार से बातचीत करेंगी। शुक्रवार को यहां पूजा के लिए पहुंची भंडारी से जब उनके पारिवारिक पुजारी गंगाशर महापात्र ने नेपाल से कस्तूरी की कमी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, मैं नेपाल वापसी के बाद सरकार से श्री जगन्नाथ मंदिर को कस्तूरी की आपूर्ति की बहाली के बारे में चर्चा करूंगी।
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श्री महापात्र ने राष्ट्रपति से कहा कि पिछले दो वर्षों से नेपाल से जगन्नाथ मंदिर के लिए कस्तूरी आपूर्ति नहीं हो रहीं है और भगवान की पूजा के लिए कस्तूरी का विशेष महत्व है। श्री जगन्नाथ मंदिर के लिए दुर्लभ और कीमती कस्तूरी नेपाल में राजशाही के दौरान वहां से मिलती थी। नेपाल से प्राप्त होने वाली कस्तूरी की शुद्धता और गुणवत्ता को बेहद उच्च माना जाता है, इसलिए इसका इस्तेमाल देवी-देवताओं की विशेष पूजा के लिए किया जाता है।
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श्रीमती भंडारी ने यहां मंदिर परिसर में देवी विमला और महालक्ष्मी की पूजा करने के बाद भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा का दर्शन किया। वह यहां लगभग आधे घंटे तक रही और मंदिर को 20 हजार रुपए का चेक प्रदान किया। दर्शन के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह श्री जगन्नाथ मंदिर के साथ नेपाल के पुराने रिश्ते को जानकर प्रसन्न हैं, उन्हें नेपाल और श्री जगन्नाथ पुरी के बीच के सांस्कृतिक संबंध की जानकारी है। -एजेंसी
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