नई दिल्ली। ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरिजा मे ने अपनी भारत यात्रा से पहले आज भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की जिस दौरान उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि रक्षा और सुरक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में आगे सहयोग मजबूत करने के लिए पर्याप्त संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार टेलीफोन बातचीत के दौरान दोनों प्रधानमंत्रियों ने एक दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं दीं।
पीएमओ ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी, वित्त, व्यापार और निवेश तथा रक्षा और सुरक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने की व्यापक संभावना है।’’
मोदी ने टेरिसा से कहा कि वह अगले सप्ताह यहां उनका स्वागत करने को उत्सुक हैं जो यूरोप के बाहर उनकी पहली महत्वपूर्ण द्विपक्षीय यात्रा होगी।
आगामी छह नवंबर से शुरू हो रही टेरिजा की यात्रा के दौरान भारत ब्रिटेन में भारतीय छात्रों को वीजा पाबंदियों की वजह से होने वाली समस्याओं पर अपनी चिंता जता सकता है।
दोनों प्रधानमंत्री अपनी वार्ता में द्विपक्षीय संबंधों पर ब्रेक्जिट के असर पर चर्चा कर सकते हैं। वे व्यापार और निवेश बढ़ाने के तरीकों के साथ ही कुछ अन्य प्रमुख क्षेत्रों में भी सहयोग विस्तार पर भी बातचीत कर सकते हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप से जब पूछा गया कि क्या वार्ता के दौरान भारतीय छात्रों का मुद्दा आएगा तो उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि यात्रा के दौरान आवाजाही के मुद्दे उठेंगे।’’
स्वरूप ने कहा, ‘‘हां, यह सच है कि पिछले पांच साल में ब्रिटिश विश्वविद्यालयों में पंजीकरण कराने वाले भारतीय छात्रों की संख्या करीब 50 प्रतिशत गिर गयी है। यह करीब 40,000 से तकरीबन 20,000 पर पहुंच गयी है। ब्रिटेन में अध्ययन के बाद रकने पर पाबंदियों के चलते यह हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि जनता के आपसी संबंध और भारतीय छात्र भारत-ब्रिटेन के रिश्तों के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं और भारत वहां भारतीय छात्रों की कठिनाइयों को लेकन अपनी चिंताएं ब्रिटेन के साथ पहले भी उठा चुका है।