ओडिशा। ओडिशा के कंधमाल जिले में करीब एक पखवाड़े पहले शादी करने के लिए मजबूर की गई एक बालिका वधू ने अपने ससुराल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने बताया कि उसने गत सप्ताह कथित तौर पर आत्महत्या की थी लेकिन घटना के करीब तीन दिन बाद 25 अप्रैल को चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन के स्वयंसेवकों ने पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई जिसके बाद यह मामला प्रकाश में आया। लडक़ी के ससुराल वालों ने दावा किया है कि उसने खुद फांसी लगा ली लेकिन पुलिस ने शव के रहस्यमयी परिस्थितियों में मिलने के बाद अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है।
सारंगढ़ पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी का हवाला देते हुए उसके प्रभारी निरीक्षक चांदमणि सिंह ने कहा कि लडक़ी को महा बिशु संक्रांति के अवसर पर 14 अप्रैल को शादी करने के लिए मजबूर किया गया। यह शादी वर के घर पर गुपचुप तरीके से हुई। चाइल्डलाइन के सदस्यों ने इस वर्ष मार्च में उसकी शादी की कोशिश को विफल किया था तथा उसे और उसके वर के अभिभावकों को चेतावनी दी थी कि अगर बालिग होने से पहले लडक़ी की शादी की गई तो उन्हें इसके नतीजे भुुगतने होंगे।
कंधमाल में चाइल्डलाइन के समन्वयक आलोक त्रिपाठी और जिला बाल सुरक्षा अधिकारी रश्मिता करण ने पुलिस को लडक़ी की शादी ना रोकने का जिम्मेदार ठहराया। पुलिस की शुरआती जांच में कहा गया है कि लडक़ी ने संदिग्ध तरीके से खुद फांसी लगा ली। इसमें कहा गया है, ‘‘अत्यधिक मानसिक दबाव और अपमान के कारण उसने यह कदम उठाया।’’ अधिकारी ने कहा कि पुलिस, चाइल्डलाइन, जिला बाल सुरक्षा अधिकारी और बाल विवाह संरक्षा अधिकारी द्वारा इस मामले की संयुक्त जांच की जा रही है। -(एजेंसी)