नई दिल्ली। बाबरी विध्वंस मामले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और विनय कटियार समेत 13 नेताओं पर से आपराधिक साजिश मामले की सुनवाई गुरुवार को होगी। दरअसल, बेंच में जस्टिस रोहिंग्टन के न होने से सुनवाई टल गई। बुधवार को इस मामले में सुनवाई होनी है।
जस्टिस पीसी घोष और आरएफ नारीमन की पीठ ने इस साल 6 मार्च को हुई सुनवाई में कहा था कि तकनीकी आधार पर 13 व्यक्तियों को आरोपमुक्त किया गया था। वह तकनीकी आधार पर आरोपमुक्त करना स्वीकार नहीं करेंगे तथा पूरक आरोपपत्र की अनुमति देंगे।
पीठ ने कहा था, दोनों मुकदमों को क्यों नहीं एक साथ कर देते और इनकी संयुक्त रूप से सुनवाई करवाएं। इस पर बचाव पक्ष के वकील ने आपत्ति जताई। पहला मामला विवादित ढांचा गिराए जाने मामले में बीजेपी नेताओं समेत 13 व्यक्तियों को आपराधिक साजिश के आरोप से मुक्त कर दिया गया था। इसकी सुनवाई रायबरेली की विशेष कोर्ट में हो रही है।
दूसरा मामला अज्ञात कारसेवकों के खिलाफ है जो विवादित ढांचे के ईद-गिर्द थे। इस मुकदमे की सुनवाई लखनऊ में हो रही है। मालूम हो कि विवादित ढांचा गिराने के मामले में बीजेपी नेता आडवाणी, जोशी और 19 अन्य के खिलाफ साजिश के आरोप खत्म करने के इलाहाबाद हाईकोर्ट के 2010 के आदेश के खिलाफ सीबीआई ने अपील दायर की थी।