लखनऊ/मणिपुर। उत्तर प्रदेश और मणिपुर विधानसभा के अंतिम चरण के चुनाव बुधवार को सम्पन्न हुए। यूपी के सातवें चरण की 40 सीटों पर 60. 03 प्रतिशत और मणिपुर के दूसरे चरण में 22 सीटों पर 85 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले।
इस बार हुए यूपी विधानसभा चुनाव के सातों चरणों में 60.76 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष 2012 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में यह 59.48 प्रतिशत वोट पड़े थे।
कई नेताओं का भाग्य वोटिंग मशीन में बंद:
इसके साथ ही यूपी में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सिंह, पारसनाथ यादव, अजय राय, पूर्व सांसद धनंजय सिंह, बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतउल्लाह अंसारी और जेल में बंद माफिया मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह समेत कुल 535 उम्मीदवारों का चुनावी भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया।
ईवीएम में खराबी से मतदान में हुई देरी
यूपी चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के तहत जौनपुर की नौ विधान सभा क्षेत्रों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में आई खराबी की वजह से तीन बूथों पर आधे घंटे से एक घंटे के बाद मतदान शुरू हो पाया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले के केराकत विधान सभा के भोगीपट्टी बूथ पर एक घंटे तक मतदान ईवीएम की खराबी के कारण बंद रहा। इसी तरह बदलापुर विधान सभा क्षेत्र के सरायगुंजा बूथ पर 55 मिनट और शाहगंज के कटघर बूथ पर ईवीएम में खराबी के कारण आधे घंटे बाद मतदान शुरू हुआ। जिले के कई और बूथों पर ईवीएम में आई मामूली खराबी से मतदान 15 से 20 मिनट देर से शुरू होने की सूचना है।
यूपी में 40 सीटों पर वोटिंग
यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए सात जिलों की 40 सीटों पर मतदान बुधवार सुबह सात बजे से शुरू हो गया। इसी चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी शामिल है।
काउंटिंग 11 मार्च को होगी
वाराणसी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली सीटों के अलावा नक्सल प्रभावित जिलों सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली पर सबकी निगाहें टिकी हैं। सातों जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मतगणना 11 मार्च को होगी। कुल 1.41 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का यूज कर सकेंगे। इनमें 64.76 लाख महिलाएं हैं। कुल 14,458 मतदान बूथ बनाये गये हैं। बीजेपी 32 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि चार-चार सीटें इसने अपने सहयोगी अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को दी हैं।
बसपा ने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। सपा 31 सीटों पर लड़ रही है और उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस शेष नौ सीटों पर चुनाव लड़ रही है। साल 2012 के राज्य विधानसभा चुनाव में 40 सीटों में से 23 सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की थी जबकि बसपा को पांच, बीजेपी को चार, कांग्रेस को तीन और अन्य को पांच सीटें मिली थीं. इस चरण में वाराणसी के अलावा गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र में मतदान हो रहा है। कुल 535 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
बसपा के 40, भाजपा के 32, सपा के 31, कांग्रेस के नौ, रालोद के 21 और राकांपा के पांच उम्मीदवार इसमें शामिल हैं। सबसे अधिक 24 उम्मीदवार वाराणसी कैण्ट सीट पर हैं तो सबसे कम छह उम्मीदवार केराकत (अनुसूचित जाति) सीट पर हैं। अंतिम चरण के लिए प्रधानमंत्री ने बीजेपी के प्रचार अभियान को ‘टाप गियर’ में डालते हुए वाराणसी में तीन दिन रोडशो किया था. वह मंदिरों में दर्शन करने गये और सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल हुए। इसके अलावा कई जनसभाएं भी कीं थीं।
मणिपुर में विधानसभा की 22 सीटों वोटिंग
मणिपुर में विधानसभा की 22 सीटों के लिए आखिरी चरण का मतदान बुधवार सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो गया। इसमें मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह के विधानसभा क्षेत्र थौबल पर सबकी नजर रहेंगी जहां उन्हें मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला चुनौती दे रही हैं। ये 22 सीटें घाटी के जिले थौबल और पहाड़ी जिलों उखरल, चंदेल, तामंगलोंग और सेनापति के तहत आती ह.इनपर 98 उम्मीदवारों की किस्मत आज दांव पर लगी है।
राज्य में कुल 19,02,562 मतदाता हैं जिनमें 9,28,573 पुरूष और 9,73,989 महिलाएं शामिल हैं। इनमें करीब 45,642 लोग पहली बार अपने मत अधिकार का इस्तेमाल करेंगे। 60 सदस्यीय विधानसभा के दूसरे और आखिरी चरण के मतदान के लिये कुल 1,151 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।