कन्नौज (उ.प्र.)। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि 500 और 1000 रुपए के नोट बंद होने से दोनों के चेहरे का नूर चला गया है। परिवर्तन यात्रा के तहत शाह ने यहां एक रैली में कहा कि मोदी ने पुराने बड़े नोट बंद किए।
एक ही कलम के झटके से कालाबाजारी करने वालों के लाखों करोड़ रुपए को रद्दी बनाकर छोड़ दिया। पैसा गरीब आदमी का नहीं बल्कि कालाबाजारियों का गया। मुलायम और मायावती के चेहरे का नूर भी गया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से परेशानी उन्हें हो रही है, जिनका काला धन समाप्त हो गया है। मोदी के एक ही फैसले से देश के सारे आतंकवादी निर्धन हो गए। हथियार के कारोबारी और मादक पदार्थ बेचने वाले पाकिस्तानी एजेंटों के पास एक रुपए भी नहीं बचा है।
शाह ने कहा कि नकली नोट का कारोबार करने वालों के हौसले पस्त हो गए हैं। कुछ लोगों को लाइन में खड़े रहना पड़ रहा है। उसकी संवेदना हमें है। लंबे समय के लिए काले धन से मुक्ति के लिए एक दो दिन लाइन में लगना पड़ सकता है लेकिन पांच दिन के बाद अच्छा ही अच्छा होने वाला है। शाह ने कहा कि परिवर्तन यात्रा के जरिए जो परिवर्तन भाजपा चाहती है, वह मुख्यमंत्री, सत्ता या विधायक को परिवर्तित करने के लिए नहीं है बल्कि हम उत्तर प्रदेश में जमीनी परिवर्तन चाहते हैं।
15 साल में सपा और बसपा का क्रम चला। उत्तर प्रदेश को दोनों ही पार्टियों ने सबसे पिछड़ा राज्य बनाया। उन्होंने कहा कि भाजपा युवाओं की स्थिति में परिवर्तन चाहती है। राज्य के युवा को अपनी पत्नी बच्चों और माता पिता के साथ रहकर प्रदेश में ही रोजगार मिलना चाहिए।
हम ऐसा उत्तर प्रदेश बनाना चाहते हैं, जहां दुनिया भर से निवेश आये, उद्योग धंधे लगें और यहां के युवा को यहीं रोजगार मिले। शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भूमि उर्वरा है लेकिन यहां का किसान बदहाल है। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने किसानों के लिए बहुत काम किया लेकिन उत्तर प्रदेश के किसान को उसका फायदा नहीं मिला।