नई दिल्ली। गुजरात के एक सामाजिक कार्यकर्ता नाटू परमार ने सरकार से गायों के लिए आधार कार्ड बनाने की अपील की है। इसके अलावा गायों के लिए डिपो बनाने और उसमें चारे की व्यवस्था करने की भी अपील की गई है। गायों का आधार बनाने का मकसद उनकी पहचान और देखरेख करना बताया गया है, जबकि डिपो बनाने और उसमें चारा रखने से गायों को प्लास्टिक और कचरा खाने से बचाया जा सकेगा। नाटू 10 मई को जीव मात्र, करुणा ने पात्र की थीम पर महासम्मेलन आयोजित कराने की तैयारी कर रहे हैं।
नाटू का कहना है इस सम्मेलन के द्वारा हमें यह बताना है कि ज्यादातर गायों की मौत प्लास्टिक खाने से हो जाती है। हम सरकार से यह भी अपील करेंंगे कि गायों के लिए हर गांव में एक चारा डिपो हो जहां गायों के लिए चारे के अलावा सभी देखरेख व्यवस्था हो। इसके अलावा उन डिपो में मौजूद गायों की पहचान के लिए आधार कार्ड जारी किए जाएं, ताकि गायों की पहचान आसानी से की जा सके। महासम्मेलन में दलितों की गोचर भूमि का मुद्दा भी उठाया जाएगा। गौरतलब है कि अभी हाल ही में गुजरात सरकार ने गौहत्या करने वालों के खिलाफ उम्रकैद की सजा का कानून पारित किया है।